सोशल मीडिया पर सेना में जवानों को दिए जाने वाले ख़राब खाने की शिकायत करने वाले BSF जवान तेज बहादुर यादव को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है. इसके बाद कई अन्य जवानों के ऐसे वीडियो सामने आए थे. इस वीडियो के वायरल हो जाने के बाद काफ़ी विवाद हुआ था. इस पर गृह मंत्रालय ने BSF से रिपोर्ट मांगी थी.
यादव ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों पर भोजन के लिए दी जाने वाली राशि का घपला करने का आरोप लगाया था. वीडियो में यादव ने कहा था कि सैनिकों को पिछले 10 दिनों से लगातार जली हुई रोटी और पानी मिली हुई दाल खाने को दी जा रही है. यादव ने यह भी आरोप लगाया था कि कई बार जवानों को भूखा रहना पड़ता है.
जांच के दौरान BSF ने तेज बहादुर के सभी आरोपों को गलत पाया है. इस बीच, तेज बहादुर के परिवार ने आरोप लगाया था कि जवान को धमकाया जा रहा है और उन्हें मानसिक यातना दी जा रही है.
फ़ेयर जांच के लिए कमांडेंट और सेकेंड इन कमांड का तबादला त्रिपुरा कर दिया गया था. जवानों को राशन और अन्य सुविधाएं मुहैया कराने के मामलों में निगरानी की ज़िम्मेदारी कमांडेंट और सेकेंड इन कमांड की होती है.
29th बटालियन के जवान तेज बहादुर 1996 में BSF में भर्ती हुए थे. उन्हें जम्मू-कश्मीर स्थित राजौरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एल.ओ.सी) के निकट तैनात किया गया था. यादव 2032 में रिटायर होने वाले थे. खबरें ऐसी भी आई थीं कि यादव ने इस विवाद के बाद स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की अर्ज़ी दी थी, लेकिन उसे नामंज़ूर करते हुए उन्हें बर्खास्त कर दिया गया.