केरल इन दिनों भयंकर बाढ़ और बारिश की मार से जूझ रहा है. बाढ़ से अब तक 357 लोगों की मौत हो चुकी है. रविवार के दिन राज्य में 106 लोगों की जान चली गई थी. केरल में जन-जीवन एकदम ठप्प हो चुका है. लोग बेहद कठिन हालातों में जीने को मजबूर हैं. हज़ारों लोग रहने, खाने, बिजली और पानी की समस्या से जूझ रहे हैं, अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी है, पेट्रोल पंपों पर ईंधन का संकट है.

देशभर से केरल में बाढ़ पीड़ितों के लिए मदद के हाथ भी आगे बढ़ रहे हैं. केरल दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल को तत्काल 500 करोड़ रुपये की वित्तीय मदद देने का ऐलान किया था. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बाढ़ प्रभावित केरल के लिए 20 करोड़ की सहायता का ऐलान किया है, जबकि दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, गुजरात और बिहार सरकार ने भी केरल के लिए 10 करोड़ रुपये की सहायता की घोषणा की है.

राज्यों के साथ-साथ देशभर से कई अन्य संस्थायें भी बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए आगे आ रही हैं. इन्हीं में से एक है ‘खालसा एड इंटरनेशनल’. यूनाइटेड किंगडम स्थित इस संस्था के कुछ लोग केरल पहुंचकर बाढ़ पीड़ितों की मदद कर रहे हैं. केरल के कोच्चि स्थित श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा के साथ मिलकर Khalsa Aid India के कई वॉलेंटियर्स दिन-रात बाढ़ पीड़ितों के खाने-पीने के इंतज़ाम में लगे हुए हैं.
Kerala floods ( India )
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ये वॉलेंटियर्स हर दिन लंगर के दौरान तकरीबन 2000 बाढ़ पीड़ितों को ताज़ा खाना खिलाने का नेक काम कर रहे हैं. कठिन हालातों के बावजूद ये वॉलेंटियर्स दिन-रात बाढ़ पीड़ितों के खाने से लेकर हर तरह की मदद में लगे हुए हैं. इस संस्था के लोग सोशल मीडिया के माध्यम से देशभर के लोगों से बाढ़ पीड़ितों की मदद की अपील भी कर रहे हैं.
केरल के कई इलाके पीने के पानी की समस्या से भी जूझ रहे हैं. शनिवार दोपहर को पुणे से 29 डिब्बों वाली एक ट्रेन जिसमें 14.5 लाख लीटर पीने का पानी भरा था उसे केरल के लिए रवाना किया गया. इस ट्रेन के आधे कोच मध्य प्रदेश के रतलाम से पानी से भरकर आए थे, जबकि 14 कोच पुणे के कोचिंग कॉम्प्लेक्स से भरे गए थे.

एर्नाकुलम ज़िले के लिए कई फ़िल्म अभिनेताओं, बैंकों, गैर-सरकारी संगठनों ने मदद की पेशकश है. वहीं Keezhillam के एक मंदिर ने तो CMDRF को अपना पूरा खज़ाना ही बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए दान दिया है.

मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि, शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक़ राज्य को अब तक लगभग 19,5512 करोड़ रुपये का अनुमानित नुकसान हो चुका है.