गुरुवार को स्पेन के शहर बार्सेलोना के सबसे भीड़-भाड़ और चहल-पहल वाले इलाके Las Ramblas में एक वैन तेज़ी में घुसी और कई Tourists को रौंद कर चली गयी. थोड़ी ही देर में इस खुशनुमा जगह पर 13 से ज़्यादा लाशें बिछी थीं और हज़ारों डरे-सहमे लोग यहां-वहां शेल्टर लेकर अपनी जान की सलामती की दुआ कर रहे थे. इससे पहले लोग कुछ समझ पाते, थोड़ी ही देर में चारों तरफ़ फ़ोर्स इकट्ठा थी.

Europe के किसी बड़े शहर में ISIS का ये एक और टेरर अटैक था. अभी तक लंदन, बेल्जियम, फ़्रांस, डेनमार्क, स्वीडन, जर्मनी, टर्की को अपना निशाना बना चुके ISIS का स्पेन में ये हमला अमेरिका के नेतृत्व वाली फ़ोर्स के सुन्नी मुस्लिम आतंकी ग्रुप के ख़िलाफ़ कार्यवाही का जवाब था.

इसके कुछ समय बाद स्पेन के समुद्री शहर, Catalonia रीजन में भी दूसरा अटैक हुआ, जिसमें 6 आम नागरिकों के अलावा 1 पुलिस वाले के घायल होने की ख़बर आयी है. कहा जा रहा है कि ये अटैक बार्सेलोना अटैक से जुड़ा है. इस घटना में भी एक कार ने ही हमला करने की कोशिश की थी.

इस घिनौने आतंकी हमले में कई मासूमों की जान जा चुकी है, कई इस हादसे से इतने डरे हुए हैं कि शायद ये डर उनके दिल से कभी नहीं जाएगा. ISIS अपनी उपस्थिति और ताकत दर्ज करवाने के लिए यूरोप में इससे पहले भी इस तरह से वैन के हमले करवा चुका है.
स्पेनिश आर्मी तक इन हमलों के पांचों अभियुक्त मार चुकी है. लेकिन इन Vans को चलाने वाला Suspect अभी भी फ़रार है, पुलिस उसकी तलाश में है.



इस हादसे में मारे गए, घायल हुए और इससे उबरने की कोशिश कर रहे हर उस इंसान को हमारी सांत्वना. हम ऊपर वाले से दुआ करते हैं कि इस मुश्किल घड़ी से लड़ने की ताकत वो आपको दे.
गांधीजी की सोच को अपनाने वाले महान लीडर, मार्टिन लूथर किंग ने कहा था:
अंधेरा, अंधेरे को कभी नहीं हटा सकता, ये काम सिर्फ़ रौशनी कर सकती है. नफ़रत कभी नफ़रत को ख़त्म नहीं कर सकती, ये काम सिर्फ़ मोहब्बत कर सकती है. नफ़रत सिर्फ़ नफ़रत को जन्म देती है. ग़लत पर ग़लत करने की ये Chain Reaction, जो युद्ध के बदले युद्ध देती है, टूटनी चाहिए. नहीं तो हम विनाश की उस खाई में गिरेंगे, जिसका कोई अंत नहीं.