न्यूज़ीलैंड के क्राइस्टचर्च शहर में आज सुबह दो मस्जिदों में आतंकवादी हमला हुआ. हमले में मरने वालों की आधिकारिक संख्या 49 बताई जा रही है.
पुलिस कमश्निर Mike Bush ने मीडिया को बताया कि चार संदिग्धों को हिरासत में ले लिया गया है. इसमें 3 पुरुष और एक महिला है लेकिन हमें ये मान कर नहीं चलना चाहिए कि ख़तरा पूरी तरह टल गया है.
पुलिस ने बताया कि दूसरी घटना Linewood के South Island City के मस्जिद में हुई, इस बारे में अभी ज़्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है.
बताया जा रहा है कि उन आतंकवादियों में से एक ऑस्ट्रेलिया का नागरिक है और उसकी उम्र 30-40 के आस-पास की है. बाकी संदिग्धों की पहचान नहीं हुई है.
pic of shooter. #ChristchurchMosque #NewZealandShooting #NewZealand #NewZealandMosqueShooting pic.twitter.com/Nfjgq7hzNS
— विकास Tripathi (@vikasjournolko) March 15, 2019
इस हमले को एक सोशल मीडिया पोस्ट से भी जोड़ा जा रहा है. 87 पेज के मेनिफ़ेस्टो में एंटी-इमिग्रेंट और एंटी मुस्लिम बातें लिखी गई थीं और हमले को जायज़ बताया गया था.
क्राइस्ट चर्च के मस्जिद पर हुए हमले को एक आतंकवादी ने लाइव स्ट्रीम किया था, जिसे बाद में फ़ेसबुक द्वारा हटा दिया गया.
न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री Jacinda Ardern ने इसे न्यूज़ीलैंड के सबसे बुरे दिनों में से एक बताया.
Prime Minister of #NewZealand: “Many of those who will have been directly affected by the shooting may be migrants to New Zealand. They may even be refugees here … They are us. The person who has perpetuated this violence against us is not.”#NewZealandShooting
— Raza Ahmad Rumi (@Razarumi) March 15, 2019
Video v @CBSNews pic.twitter.com/2KCxYhCdzW
जिस ऑस्ट्रेलियाई नागरिक को हिरासत में लिया गया है उसे ऑस्ट्रेलियन प्राइम मिनिस्टर Scott Morrison ने ‘चरमपंथी, दक्षिणपंथी और हिंसक आतंकवादी’ कहा है. न्यूज़ीलैंड में हुई घटना के प्रति संवेदना प्रकट करने के लिए ऑस्ट्रैलिया में सभी जगह उसके राष्ट्रीय ध्वज की ऊंचाई कम कर दी गई है.
Out of respect and in condolence for all those killed in the terrorist attack in New Zealand, I have asked for flags to be flown at half-mast. pic.twitter.com/0qgIrmdgoH
— Scott Morrison (@ScottMorrisonMP) March 15, 2019
क्राइस्टचर्च की मस्जिद में जब ये हमला हुआ, तब बांग्लादेश की क्रिकेट टीम वहीं बस में मौजूद थी और मस्जिद के भीतर जाने ही वाली थी. हमलागर्द द्वारा क्रिकेट टीम को निशाना नहीं बनाया गया.
Bangladesh cricket team escape Armed gunman at mosque in Christchurch New Zealand !!! pic.twitter.com/eshIMquaeY
— Abid naik (@Abidnaik786) March 15, 2019
बैट्समैन तमीम इक़बाल ने ट्विटर पर लिखा है कि ‘पूरी टीम एक्टिव शूटर्स से बच गई. ये एक भयावह तजुर्बा था. कृपया हमें अपनी दुआओं में रखिए. ‘
इस हमले की वजह से न्युज़ीलैंड और बंग्लादेश की बीच होने वाला तीसरा टेस्ट मैच रद्द कर दिया गया है.
दूसरी ओर एक और बहस चल निकली है कि विदेशी मीडिया इस घटना को आतंकवाद से नहीं जोड़ रही है. इस घटना के लिए अधिकांश मीडिया हाउस ‘मास शूटिंग’, ‘चरमपंथी’ ‘गनमैन’ आदि जैसे शब्द इस्तेमाल कर रही है. इसके लिए उनकी आलोचना हो रही है.
How media works ! #NewZealandShooting pic.twitter.com/EBRprJC9bG
— Yala Jawazneh (@yala_jawazneh) March 15, 2019