देश की रक्षा करने के लिए एक बार फिर सीमा पर तैनात वीरों को अपनी जान की बलि देनी पड़ी. जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान आर्मी के तीन जवान शहीद हो गए और दो अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हो गए. स्थानीय पुलिस और सुरक्षा बलों के इस जॉइंट ऑपरेशन में चार आतंकवादियों को मार गिराया गया. पुलिस के डायरेक्टर जनरल ने बताया कि चारों आतंकियों को ख़त्म कर सुरक्षा बलों ने बड़ी सफ़लता हासिल की है.

इस मिशन के दौरान दो जवान मौके पर ही शहीद हो गए और आतंकियों द्वारा जिस घर पर हमला किया गया था उसमें, एक लड़का आग में बुरी तरह झुलस गया. बताया जा रहा है कि जवानों को सुबह 4.30 बजे कुलगाम जिले के संवेदनशील क्षेत्र में आतंकियों के सक्रिय होने की ख़बर मिली थी. खबर मिलते ही सेना हरकत में आ गई और सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया. जैसे ही आतंकियों को पता चला, उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी और पांच जवानों को घायल कर दिया.

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एनकाउंटर के बारे में मीडिया को बताते हुए राज्य मंत्री जीतेन्द्र सिंह ने कहा कि भारत की सरज़मीं पर आतंक की फ़सल पैदा करने का काम इस्लामाबाद से किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हमारे पास कई ऐसे सबूत हैं, जिनके आधार पर हम इसे साबित कर सकते हैं कि इन नापाक हरकतों को इस्लामाबाद से अंजाम दिया जा रहा है.

सेना के जज़्बे की तारीफ़ करते हुए जीतेंद्र सिंह ने कहा कि विकट परिस्थितियों में भी काम करके सेना ने साबित कर दिया है कि वो दुनिया की सर्वश्रेष्ठ सेनाओं में से एक है. इन चार आतंकियों की पहचान की जा चुकी है, इनके नाम मुदासिर अहमद तंत्री, फ़ारूक़ अहमद दर और अज़हर अहमद हैं. आपको बता दें कि दो दिन पहले भी सेना ने दो कश्मीरी आतंकवादियों को अवैध तरीके से घुसने के प्रयास में मार गिराया था.

इन जवानों पर पूरे देश को गर्व है. अपनी जान की आहुति देकर देश की रक्षा करने वालों इन शहीदों को हम नमन करते हैं.