कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह और प्रज्ञा ठाकुर के आमने-सामने होने की वजह से भोपाल का लोकसभा क्षेत्र मीडिया के चर्चा के केंद्र में रहे लेकिन चुनाव के दिन इंटरनेट पर वायरल कोई और हो रहा था.
![](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2019/05/5cdab1e9d0aa38381497beac_5cb7a646-71a9-42c0-b590-b503def2e4ef.jpg)
भोपाल में चुनाव छठे फ़ेज़ में संपन्न हुए. इस दिन एक महिला पोलिंग अधिकारी की तस्वीर खूब वायरल हुई, वजह थी उनका लुक.
नीला गाउन, नीला चश्मा और हाथ में ट्रेंडी बैग ख़बरिया चैनल के कैमरापर्सन को अपनी और आकर्षित कर गया. इसके बाद वो उस महिला अधिकारी के पीछे पड़ गए.
![](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2019/05/5cdab1e9d0aa38381497beac_706ad4d9-f642-43f3-9417-0c4e660f7dc7.jpg)
महिला अधिकारी का नाम Yogeshwari Gohite था और वो कैनरा बैंक की कर्मचारी हैं. उनकी ड्यूटी भोपाल के गोविंदपुरा के ITI पोलिंग स्टेशन पर लगी थी. मीडिया कर्मचारी जब Yogeshwari से बात करने गए, तब उन्होंने ‘ऑन ड्यूटी’ होने की वजह से बात करने से मना कर दिया था.
चुनाव संपन्न होने के बाद कुछ मीडियाकर्मी फिर से उनसे संपर्क बनाने की कोशिश की, Yogeshwari ने उन्हें दोबारा टाल दिया. अगले दिन वो छुट्टी पर थी, मीडिया अगले दिन उनसे बात करने में सफ़ल हो गई.
![](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2019/05/5cdab1e9d0aa38381497beac_8afb5c0d-38cd-4b8d-8702-987e3524db91.jpg)
रातों-रात मिली इस ख़ास पहचान पर Yogeshwari ने कहा, ‘मैं वैसे ही कपड़े पहनती हूं, जैसा मुझे पसंद है, मेरा कोई रोल मॉडल नहीं है. महिला की पहचान उसके कपड़ों से नहीं होनी चाहिए. हमारा पेशवर बरताव और काम की नैतिकता महत्व रखती है.’
Yogeshwari ने आगे बताया कि सोशल मीडिया पर हर मिनट उन्हें एक रिक्वेस्ट आ रही है, वो अपनी प्रोफ़ाइल को हाइड करने की सोच रही हैं.
आपको बता दें कि इससे पहले पांचवे चरण में एक और महिला अधिकारी की फ़ोटो की वायरल हुई थी. पीडब्ल्यूडी विभाग में काम करने वाली रीना द्विवेदी की पीली साड़ी की फ़ोटो मीडिया के कैमरे पर चढ़ गई थी. रीना मोहनलाल गंज के नगराम में मतदान करवाने गई थीं.
![](https://wp.hindi.scoopwhoop.com/wp-content/uploads/2019/05/5cdab1e9d0aa38381497beac_f4055e47-e20a-4d8a-981d-40bb43db21f0.jpg)
इस तरह के फ़ोटो वायरल होने की एक वजह जो मुझे समझ आती है, वो ये कि हम सरकारी अधिकारियों को एक ख़ास लुक में देखने के आदि हैं. ‘मॉर्डन’ या ‘फ़ैशनेबल’ सरकारी कर्मचारी हमने अपने जीवन में बहुत कम देखे हैं, यही वजह है कि कभी-कभी सोशल मीडिया पर कई पुलिस ऑफ़िसरों की फ़ोटो वायरल हो जाती है, जो थोड़े ‘फ़िल्मी हीरो’ टाइप दिखते हैं.