म्यांमार में चल रहे ‘नरसंहार’ की वजह से रोहिंग्या मुसलमानों को अपनी जान बचाने के लिए दूसरे देशों की शरण लेनी पड़ रही है. यूएनओ ने अपनी रिपोर्ट में रोहिंग्या मुसलमानों को दुनिया का सबसे असुरक्षित समुदाय माना है. म्यांमार के रोहिंग्या मुसलमान अपनी जान बचाने के लिए कड़ा संघर्ष कर रहे हैं और इनमें से ज़्यादातर लोग पड़ोसी देश बांग्लादेश की तरफ़ कूच कर रहे हैं. हालांकि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने Kutapalong दो एकड़ ज़मीन को रोहिंग्या मुसलमानों के लिए डोनेट करने का फ़ैसला किया है. इस नए कैंप के आने से बांग्लादेश के बाकी शरणार्थी स्थलों पर थोड़ा दबाव कम होगा जहां 25 अगस्त से लगभग 3 लाख लोग पहुंच चुके हैं. इन तस्वीरों में जानिए कैसे ज़िंदगी, मौत और दो देशों के बीच में पिस कर रह गए हैं ये रोहिंग्या मुसलमान.
1. बोट से म्यांमार को छोड़ आने के बाद रोहिंग्या के ये शरणार्थी पानी में चलते हुए.
2 अपने भविष्य के बारे में सोचते ही इन रोहिंग्या महिलाओं की आंखें गहरी उदासी से भर आती हैं.
3. म्यांमार में नरसंहार के बीच कई मुस्लिम रिफ़्यूजी बांग्लादेश की तरफ़ कूच कर रहे हैं
4. एक महिला के बेसुध पड़ने पर उसके लिए सुरक्षित ठिकाना ढूंढते शरणार्थी
5. बॉर्डर पार करने के बाद अपने धुंधले भविष्य पर चिंता में बैठे शरणार्थी
6. बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश का एक सदस्य रोहिंग्या बच्चों को बांग्लादेश में न घुसने की चेतावनी देते हुए.
7. एक स्थानीय व्यक्ति एक असहाय बूढ़ी रोहिंग्या महिला को ले जाते हुए. बॉर्डर पार करने के बाद से इस महिला को चलने में दिक्कतें आ रही थीं.
8. बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश का एक सदस्य रोहिंग्या की एक बच्ची को बांग्लादेश में न घुसने की चेतावनी देते हुए.
9. म्यांमार के रोहिंग्या मुसलमान शरणार्थी बारिश के बीचों बीच फंसे हैं. इनमें से कई लोगों को बांग्लादेश के बॉर्डर पर ही रोक लिया गया.
10. रोहिंग्या का एक बच्चा अपनी बहन को कीचड़ के बीच से ले जाते हुए.
11. भूख और प्यास से बिलखते बच्चे
12. बॉर्डर पार करने की कोशिश में कुछ शरणार्थी बच्चे
13. म्यांमार के हज़ारों रोहिंग्या मुसलमान म्यांमार से भाग खड़े हुए हैं और कुछ लोग बोट के सहारे बांग्लादेश पहुंचने की कोशिश में.
14. Maungdaw में एक घर को आग लगा दी गई, पिछले कुछ दिनों में इस क्षेत्र में हिंसा की खबरें लगातार बढ़ी हैं.
15. रो-रोकर आंखें भी पत्थर हो चुकी हैं.