भारत में कोरोना संकट के बीच बड़ी हस्तियों से लेकर आम लोगों तक, हर कोई मदद के लिए आगे आ रहा है. कोई दान देकर तो कोई छोटे-छोटे कार्य करके मुसीबत के समय देश की मदद कर रहा है.
इस बीच देशभर में मास्क की कमी के चलते भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की पत्नी सविता कोविंद भी मदद के लिए आगे आई हैं. बीते बुधवार को सविता कोविंद ने राष्ट्रपति भवन परिसर के ‘शक्ति हाट’ में ख़ुद अपने हाथों से मास्क बनाए.
Delhi: First Lady Savita Kovind stitched face masks at Shakti Haat in the President’s Estate. The masks stitched at Shakti Haat are being distributed at various shelter homes of Delhi Urban Shelter Improvement Board (22.04.2020) pic.twitter.com/CwtLvnqht6
— ANI (@ANI) April 22, 2020
इस दौरान सविता कोविंद कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए मुंह पर लाल रंग का मास्क पहने ज़रूरतमंदों के लिए सिलाई मशीन के ज़रिए मास्क बनाती हुई दिखीं.
देश की प्रथम महिला सविता कोविंद द्वारा बनाए ये सभी मास्क ‘दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड’ के विभिन्न शेल्टर होम्स में वितरित किए जाएंगे. गौरतलब है कि ‘दिल्ली शहरी आश्रय विकास’ बोर्ड की ओर से चलने वाले शेल्टर होम्स में ‘शक्ति हाट’ से से ही मास्क की आपूर्ति की जा रही है.
इस तरह से सविता कोविंद ने मास्क बनाकर देश को संदेश दिया कि कोरोना महामारी से लड़ने के लिए पूरा देश एकजुट है.
जानकारी दे दें कि इससे पहले भी कई केंद्रीय मंत्रियों के परिवारों ने भी मास्क बनाकर कोरोना के ख़िलाफ़ लड़ाई में अपना योगदान दे चुके हैं.
दरअसल, हेल्थ एक्सपर्ट्स ने ये सुझाव दिया था कि कोरोना से बचने के लिए N95 मास्क की ज़रूरत नहीं है. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए लोग घरों में कपड़ों से बने मास्क या गमछे का इस्तेमाल भी कर सकते हैं.