1947 में भारत आज़ाद हुआ. आजादी के समय भारत के 17 राज्य थे. भारत सरकार ने स्वतंत्रता के बाद अंग्रेज़ी राज के दिनों के ‘राज्यों’ को भाषा के आधार पर करने के लिये राज्य पुनर्गठन आयोग (States Reorganisation Commission) की स्थापना की थी.
जस्टिस फ़ज़ल अली की अध्यक्षता में 22 दिसम्बर, 1953 को पहले राज्य पुनर्गठन आयोग का गठन हुआ. इस आयोग के तीन सदस्य जस्टिस फ़ज़ल अली, हृदयनाथ कुंजरू और के.एम. पाणिकर थे. इस आयोग द्वारा अपनी रिपोर्ट सौपें जाने के बाद नए राज्यों का निर्माण होना शुरु हुआ था.
1. 1947 में भारत के 17 राज्य थे.

2. 1953 में हैदराबाद के कुछ क्षेत्रों को मिलाकर आंध्र प्रदेश बनाया गया, वहीं अरुणाचल प्रदेश भी असम से निकल कर एक नया राज्य बना. इसी दौरान पश्चिम बंगाल को भी बंगाल से अलग कर नया राज्य बनाया गया.

3. 1956 में मध्य भारत और सेंट्रल प्रोविंस को मिलाकर मध्य प्रदेश बनाया गया.

4. केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु 1956 में देश के राज्यों की लिस्ट में शुमार हो गए थे. 1956 में केरल को त्रावणकोर एवं कोचीन क्षेत्रों को मिलाकर बनाया गया था. कर्नाटक का पहले नाम मैसूर था, जिसे 1973 में कर्नाटक नाम दिया गया.

5. 1960 में महाराष्ट्र और गुजरात एक राज्य के तौर पर स्थापित हुए थे. इन दोनों राज्यों को मुंबई से अलग कर बनाया गया था.

6. 1963 में नागालैंड असम से अलग हो गया और एक नए राज्य के तौर पर इसने जगह बनाई.

7. 1966 में पंजाब के कुछ क्षेत्रों को अलग कर हरियाणा का निर्माण हुआ.

8. 1971 में हिमाचल प्रदेश का निर्माण हुआ वहीं 1972 में असम के कुछ क्षेत्रों को अलग कर मेघालय राज्य बनाया गया.

9. 1975 में सिक्किम इंडियन यूनियन को ज्वाइन करने के साथ ही एक अलग राज्य बन गया.

10.1987 तक असम के कुछ क्षेत्रों को अलग कर मिज़ोरम की स्थापना हुई.

11. सन 2000 में उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड अलग हुआ, बिहार से झारखंड अलग हुआ और मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़ अलग होकर नए राज्य बने.

12. 2014 में तेलांगना आंध्र प्रदेश से अलग होने के बाद एक नया राज्य बन गया. तेलांगना देश का 29वां राज्य है.
