लोग अक्सर खाली पड़ी ज़मीन पर या तो कब्ज़ा कर लेते हैं या फिर उसे कूड़ा डंप करने के लिए इस्तेमाल करने लगते हैं. मुंबई के मलाड (पश्चिम) में भी एक बड़ी ज़मीन का लोग इसी तरह से इस्तेमाल कर रहे थे. वहां हर तरफ़ कचरा और अतिक्रमण नज़र आता था, लेकिन अब बृहन्मुंबई महानगर पालिका (BMC) के प्रयासों से पूरे एरिया की सूरत ही बदल गई है. जो लोग कभी यहां फैली गंदगी की वजह से अपनी सांस रोक कर निकलने को मजबूर थे, वही आज फ़्रेश एयर लेने के लिए यहां आते हैं.

दरअसल, BMC ने इस पूरी जगह को एक ख़ूबसूरत बगीचे में तब्दील कर दिया है. साथ ही, पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के नाम पर इस जगह का नामकरण किया गया है.
Times of India की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘BMC ने 2.75 लाख वर्ग फीट में फैले डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम पार्क में 4,000 से अधिक पौधे लगाए हैं.’
इस पार्क को बनाने के लिए BMC को मारवे रोड पर मौजूद 500 से ज़्यादा झोपड़ों को हटाना पड़ा. BMC अधिकारियों के अनुसार, 2002 में इस प्लाट को नागरिक निकाय ने अपने कब्ज़े में ले लिया था, लेकिन तब से ये बेकार पड़ा हुआ था.

एक अधिकारी ने बताया, ‘2014 में क़रीब 550 झोपड़ियां हटाई गईं थीं. पैदल चलने वालों के लिए यहां 2 कि.मी. लंबा मिट्टी का बनाया गया है. शौचालय का भी इंतज़ाम किया गया है. वहीं, पूरे पार्क में औषधीय समेत 37 किस्म के पौधे लगाए गए हैं.’
बताया गया कि ये पार्क 2017 में ही खुल गया था, लेकिन पूरी तरह से विकसित पेड़ों के साथ अब चालू हुआ है. वनस्पति विज्ञान के छात्रों समेत तितली और पक्षी देखने वालों के बीच ये पार्क काफ़ी लोकप्रिय हो गया है.