भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 20 हज़ार से ज़्यादा हो गई. देश में 15,493 एक्टिव केस हैं. वहीं, 645 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 3,976 मरीज़ ठीक हुए हैं.

कोरोना की चपेट में भारत-
-बीते मंगलवार को भारत में कोरोना से 52 लोगों की मौत हो गई. देश में एक दिन में ये अब तक का सबसे बड़ा मौत का आंकड़ा है. वहीं, 1510 नए कोरोना संक्रमित मरीज़ मिले हैं.
-महाराष्ट्र इस महामारी से सबसे ज़्यादा प्रभावित राज्य है. राज्य में एक दिन में 553 नए कोरोना मरीज़ मिले हैं, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या 5229 हो गई. ये क़रीब देश के कुल संक्रमितों का एक चौथाई से भी ज़्यादा है. साथ ही लगातार तीसरे दिन देश में पाए गए नए संक्रमित मरीज़ों की संख्या का एक तिहाई महाराष्ट्र में पाए गए हैं. यहां 251 मरीज़ों की अब तक मौत हो चुकी है.
553 new #COVID19 positive cases reported in the last 24 hours in Maharashtra as the total number of positive cases in the state stands at 5229. 19 more deaths were recorded in the last 24 hours as the total death in the state rises to 251: Public Health Dept, Govt of Maharashtra
— ANI (@ANI) April 22, 2020

-गुजरात में कोरोना वायरस तेजी से पैर पसार रहा है. दिल्ली को पीछे छोड़ते हुए गुजरात दूसरा सबसे ज़्यादा कोरोना प्रभावित राज्य हो गया है. यहां 94 नए संक्रमित मरीज़ मिले हैं, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या 2272 हो गई है. वहीं, 24 घंटे में 19 नई मौतें भी दर्ज की गई हैं जिसके बाद कुल मरने वालों की संख्या 95 हो गई है.
-दिल्ली संक्रमित मरीज़ों की संख्या के मामले में तीसरे नंबर पर आ गया है. यहां 75 नए कोरोना पॉज़िटिव मरीज़ पाए गए हैं, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या 2156 हो गई है. वहीं, 47 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है.
-राजस्थान में 64 नए संक्रमित मरीज़ मिले हैं, जिसके बाद कुल संक्रमित लोगों का आंकड़ा बढ़कर 1799 हो गया है. राज्य में अब तक 26 मौतें हो चुकी हैं.

-केरल में मंगलवार को पिछले 20 दिनों में सबसे ज़्यादा कोरोना मरीज़ पाए हैं. राज्य में 19 नए पॉज़िटिव केस सामने आए हैं, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या 426 हो गई है. अब तक 2 लोगों की मौत भी हुई है.
-पिछले कुछ दिनों में बड़ी संख्या में मामलों के जुड़ने के बावजूद, भारत में इस बीमारी का प्रसार लॉकडाउन के कारण काफ़ी धीमा हो गया है. 10,000 मामलों से 20,000 मामलों तक पहुंचने में भारत को आठ दिन लगे. मार्च के शुरू में तीन मामलों से 100 मामलों तक पहुंचने में लगभग दो सप्ताह का समय लगा था, 1000 मामलों तक पहुंचने के लिए एक और 10,000 के आंकड़े को छूने के लिए दो सप्ताह से अधिक का समय था. अगर ये रफ़्तार जारी रहती तो महीने के अंत तक एक लाख का आंकड़ा छू लेते. लेकिन लॉकडाउन, और सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के कारण इस महीने के अंत में मामलों की कुल संख्या कहीं 25,000 और 30,000 के बीच होगी.