भारत समेत दुनिया के अन्य देशों में इन दिनों कोरोना महामारी की दूसरी लहर ज़ोरों पर है. भारत में फिर से प्रतिदिन कोरोना के 30 हज़ार से अधिक मामले सामने आ रहे हैं. देश के कई राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों के बावजूद लोगों नभी ‘कोरोना गाइडलाइन्स’ को फ़ॉलो करना बंद कर दिया है. देश की आम जनता ही नहीं, जन प्रतिनिधि भी इस मामले में कुछ कम नहीं हैं. जनता के साथ ही जन प्रतिनिधि भी लापरवाही से बाज नहीं आ रहे हैं. वो अक्सर बिना मास्क पहने लोगों के बीच देखे जा रहे हैं.
आज हम आपको ‘कोरोना वायरस’ से जुड़े कुछ नेताओं के ऐसे ही बयान दिखाने जा रहे हैं जब उन्होंने असंवेदनशीलता की हदों को पार कर दिया था. केवल भारत के जन प्रतिनिधि ही नहीं है, दुनिया भर के राजनेता भी ‘कोरोना वैक्सीन’ को लेकर अटपटे बयान दे चुके हैं-
1- मैं बीजेपी की ‘वैक्सीन’ नहीं लगाउंगा
समाजवादी पार्टी के प्रेसिडेंट व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इसी साल जनवरी में कहा था कि ‘वो कोरोना की वैक्सीन नहीं लगवाएंगे क्योंकि उन्हें बीजेपी की वैक्सीन पर भरोसा नहीं है’.
2- भाभीजी पापड़ खाओ, कोरोना भगाओ
केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने पिछले साल ‘भाबीजी पापड़’ लेकर आये थे. इस दौरान उन्होंने दावा किया था कि भाभीजी पापड़ खाने से लोगों का इम्यून सिस्टम मज़बूत होगा और कोरोना होने की संभावना बेहद कम होगी.
3- अगर मेरा कोरोना टेस्ट पॉज़िटिव आया तो मैं ममता बनर्जी के गले लग जाऊंगा
बंगाल भाजपा के नेता अनुपम हज़ारा ने पिछले साल सितम्बर में कहा था कि, अगर वो कोरोना पॉज़िटिव पाए गए तो सबसे पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को गले लगाएंगे ताकि वो कोरोना संक्रमित हो जाए. इसके बाद हज़ारा अक्टूबर में कोरोना संक्रमित पाए गए थे.
4- कोरोना वैक्सीन लोगों को बना सकती है नपुंसक
समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता आशुतोष सिन्हा ने जनवरी में दावा किया था कि, लोगों को डर है कि ‘कोविड-19’ वैक्सीन उन्हें नपुंसक बना सकती है. इसलिए वो ख़ुद भी वैक्सीन नहीं लगाएंगे.
5- ‘समलैंगिक विवाह’ है कोरोना का मुख्य कारण
पिछले साल सितंबर में यूक्रेन के ‘ऑर्थोडॉक्स चर्च’ के 91 वर्षीय धार्मिक नेता कीव पैट्रियारेट ने ‘कोविड-19’ पॉज़िटिव के लिए समलैंगिक विवाह को दोषी ठहराया था. इसके बाद ‘LGBTQ समुदाय’ ने इस बयान के लिए कीव के ख़िलाफ़ मुक़दमा दायर किया था. टीवी चैनल के साथ साक्षात्कार के दौरान उन्होंने ‘कोरोनो वायरस’ को मनुष्य द्वारा किए गए पापों के लिए ईश्वर की सजा का दावा भी किया था.
6- गौमूत्र और गोबर भगाएगा कोरोना
पिछले साल असम से बीजेपी विधायक सुमन हरिप्रिया ने लोगों को राय दी थी कि गौमूत्र पीने और शरीर पर गोबर का लेप लगाने से कोरोना भाग जायेगा. इसके अलावा भी बीजेपी के कई अन्य नेता ऐसी सलाह दे चुके हैं.
7- बाजरे की चार रोटियां खाता हूं, मुझे कोरोना कैसे हो सकता है
मध्य प्रदेश कांग्रेस के विधायक बैजनाथ कुशवाह इसी साल फ़रवरी में एक सभा के दौरान बिना मास्क के नज़र आए थे. इस पर जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने मास्क क्यों नहीं लगाया है तो नेता जी ने अटपटा बयान देते हुए कहा, मैं प्रतिदिन बाजरे की 4 रोटियां खाते हैं, ऐसे में मुझे कोरोना कैसे हो सकता है.
8- वैक्सीन बना देगी लोगों को ‘मगरमच्छ’
ब्राज़ील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो तो इन सबसे दस कदम आगे निकले. पिछले साल दिसंबर में उन्होंने कहा था कि, ब्रिटेन की कोरोनो वैक्सीन फ़ाइजर-बायोएनटेक के इस्तेमाल से लोग मगरमच्छ या दाढ़ी वाली महिलाओं में बदल सकते हैं.
9- नो गुड इंटेंशन
तंजानिया के राष्ट्रपति मैगुफुली ने कहा कि, ‘कोरोना की वैक्सीन ‘ख़तरनाक’ हैं और हमारे देश के लिए लोगों के लिए इस वैक्सीन के इरादे ठीक नहीं है’. इसके बाद इस साल फ़रवरी में ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ ने कई देशों को वैक्सीन पर विश्वास जताने के लिए एक बयान जारी भी किया था.
10- इंडोनेशिया में हलाल वैक्सीन की चिंता
पिछले साल और 2021 में इंडोनेशिया के सरकारी ऑफ़िसर ‘कोविड 19’ वैक्सीन को ‘पोर्क जिलेटिन’ से बनाए लेकर चिंता जता चुके हैं. अगर उन्हें इस्लामी कानून के तहत उपयोग करने की अनुमति दी गई तो ही इस्तेमाल करेंगे.
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