भारत इस साल अपना 72वां ‘गणतंत्र दिवस’ मनाने जा रहा है. हमेशा की तरह इस साल भी राजपथ पर ‘गणतंत्र दिवस परेड’ का आयोजन होना है. इस दौरान देश की आन, बान और शान की झलक देखने के लिए राजपथ पर हर साल 1 लाख से अधिक दर्शक समारोह का हिस्सा बनते हैं, लेकिन इस साल ‘कोरोना महामारी’ के चलते इसमें काफ़ी बदलाव देखने को मिलेंगे.
‘कोरोना महामारी’ को देखते हुए इस बार एंट्री प्वाइंट पर थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था होगी और साथ ही डॉक्टर और हेल्थ वर्कर भी होंगे. इस दौरान जगह-जगह पर सैनिटाइज़र, फ़ेस मास्क और ग्लव्स की व्यवस्था भी होगी.
आइये जानते हैं इस साल ‘गणतंत्र दिवस परेड’ के मौक़े पर कौन-कौन सी चीज़ें नहीं दिखाई देंगी-
1- 50 सालों में पहली बार नहीं होगा कोई चीफ़ गेस्ट
इस ‘गणतंत्र दिवस समारोह’ के मौक़े पर कोई भी चीफ़ गेस्ट नहीं होगा, 50 सालों में ऐसा पहली बार होगा. ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन इस साल चीफ़ गेस्ट के तौर पर भारत आने वाले थे लेकिन, ब्रिटेन में आए नए ‘कोविड-19 स्ट्रेन’ के चलते उन्हें अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी. इससे पहले 1952, 1953 और 1966 में परेड के लिए मुख्य अतिथि नहीं थे.
2- इस साल सिर्फ़ 25,000 लोग ही होंगे शामिल
इस साल ‘गणतंत्र दिवस समारोह’ में सिर्फ़ 25,000 लोगों को उपस्थित होने की अनुमति दी गई है. इस दौरान 4,000 आम लोगों को अनुमति दी गई है, बाकी दर्शक VIP और VVIP मेहमान होंगे. इसी तरह मीडिया प्रतिनिधियों की संख्या को 300 से घटाकर 200 तक कर दी गई है.
3- 15 साल से कम उम्र के बच्चे नहीं होने शामिल
कोरोना संक्रमण के चलते इस साल ‘गणतंत्र दिवस समारोह’ में 15 साल से कम उम्र के बच्चों को भी शामिल होने की परमिशन नहीं दी गई है.
4- इस साल नहीं होगा कोई मोटरसाइकिल स्टंट
‘कोविड-19’ सुरक्षा मानदंडों के चलते इस मोटरसाइकिल से चलने वाले पुरुषों के करतब (स्टंट) जो राजपथ पर ‘गणतंत्र दिवस समारोह’ में दर्शकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र होता है, वो इस साल नहीं दिखेगा.
5- ‘वीरता पुरस्कार’ पाने वाले बच्चे नहीं होंगे शामिल
इस साल बहादुरी के लिए ‘राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार’ हासिल करने वाले बच्चे भी 72वें ‘गणतंत्र दिवस समारोह’ में शामिल नहीं होंगे.
6- ‘गणतंत्र दिवस परेड 2021’ की यात्रा हो बेहद छोटी
इस साल ‘गणतंत्र दिवस परेड’ ‘राष्ट्रपति भवन’ से शुरू होकर ‘इंडिया गेट’ पर ख़त्म हो जाएगी. इसके बाद परेड ‘विजय चौक’ से ‘राजपथ’, अमर जवान ज्योति, इंडिया गेट प्रिंसेस पैलेस, तिलक मार्ग से होते हुए आख़िर में ‘इंडिया गेट’ पहुंचेगी.
7- दर्शकों को इस साल देखने को मिलेंगी केवल 32 झांकियां
‘कोविड -19’ नियमों के चलते इस साल दर्शकों को राजपथ पर ‘भारतीय सांस्कृतिक विरासत’ व ‘भारतीय सैन्य बलों’ की बेहद कम झांकियां देखने को मिलेंगी. इस साल केवल 32 झांकियों ही देखने को मिलेंगी. इस दौरान कोविड-19 की झांकी भी निकलेगी.
बता दें कि पिछले साल भारतीय वायु सेना (IAF) में शामिल हुए लड़ाकू विमान ‘राफ़ेल’ पहली बार परेड में हिस्सा लेंगे. परेड में भारत की पहली महिला फ़ाइटर पायलट भावना कंठ भी शामिल होंगी. इस साल परेड में पहली बार बांग्लादेश सेना की टुकड़ी लेगी हिस्सा लेगी. इसके अलावा हाल ही में केंद्र शासित प्रदेश बना लद्दाख भी राजपथ पर एक शानदार झांकी के साथ पहली बार दस्तक देगा. जिसमें उनकी सांस्कृतिक विरासत को दर्शाया जाएगा.