नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थकों और विरोधियों के बीच हुई हिंसा में पिछले तीन दिनों से उत्तर-पूर्वी दिल्ली में जारी हिंसा में अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 200 से अधिक घायल बताए जा रहे हैं.
हिंसा का सबसे ज़्यादा असर स्कूली बच्चों, महिलाओं और कामकाजी लोगों पर पड़ा है. हिंसा के चलते लोगों का लोग घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है. हिंसा प्रभावित इलाकों में जिन लोगों की दुकानें थीं उन्हें प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दी. अब इन लोगों के पास गुज़ारे का कोई साधन नहीं है इस दौरान कई लोग बेघर भी हो गए हैं.
इसके बाद बीती रात दिल्ली हिंसा में बेघर हुए लोगों के लिए नॉर्थ दिल्ली के एक गुरुद्वारे ने अपने दरवाज़े खोल दिए. गुरुद्वारा प्रबंधक के मुताबिक़, मददगार चाहे किसी भी धर्म का क्यों न हो उसे खाने-पीने और रहने के लिए छत दी जाएगी.
Gurudwaras in North Delhi including in Majnoo ka Tila will look after people who need help tonight, Delhi GPC leaders said. People in North and Northeast Delhi please be informed .
— Kallol Bhattacherjee (@janusmyth) February 24, 2020
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इसके बाद सोशल मीडिया पर भी कई लोग गुरुद्वारे की इस पहल को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की. ताकि ज़रूरतमंदों को रात बिताने के लिए छत मिल सके.
A Gurdwara has given shelter to Muslim families fleeing Hindutva mob in NE Delhi.
— Aditya Menon (@AdityaMenon22) February 25, 2020
(Not giving exact location as it may endanger Sikhs as well. Will inform over DM if people may need to go there)#DelhiBurning
इस कड़ी में राइटर निलंजना रॉय ने ट्वीट कर जानकारी दी कि नॉर्थ दिल्ली के मजनू का टीला इलाके में स्थित एक गुरुद्वारे ने दिल्ली हिंसा में बेघर हुए लोगों को खाने-पीने और रहने के लिए छत देने की बात कही है.
In one part of Delhi, a gurdwara opens its doors to Muslims and anyone who needs shelter.
— Nilanjana Roy (@nilanjanaroy) February 25, 2020
In Seelampur, Dalits blocked the roads against mobs, sheltered their Muslim neighbours.
Police and politicians have forgotten their duty; but the people have courage and heart.#DelhiRiots
जानकारी दे दें कि पिछले तीन दिनों से उत्तर-पूर्वी दिल्ली के खजूरी, चांदबाग, मुस्तफ़ाबाद, मौजपुर, बाबरपुर तक पहुंच चुकी है. इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर कर पत्थरबाजी व गोलीबारी के ज़रिए CAA का विरोध कर रहे हैं.
दिल्ली में जारी हिंसा के बीच पुलिस ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में सुरक्षा बढ़ा दी है. जबकि सीलमपुर इलाके में 1 महीने के लिए धारा-144 लागू लागू कर दी गई है.
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