का नाम है भइया तुम्हारा? बॉन्ड… जेम्स बॉन्ड!!! हैं? ये क्या बोल रहा बे. क़ायदे से पूछ रहे तो सही नाम काहे नहीं बता रहा. ज़्यादा ही रंगबाजी सवार है. जी हां, इंडिया में ई टाइप की कलाकारी पर लोग यूं ही रिएक्ट करेंगे. कुछ को बात हज़म नहीं होगी तो कुछ पानी पी-पीकर गरियाएंगे. लेकिन जब इरादा मज़बूत हो तो बड़े-बड़े बवाल काटने से आदमी कहां पीछे हटता है.  

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33 वर्षीय विकास कर्दम ने भी कुछ ऐसा ही अतरंगी कारनामा कर डाला है. विकास पश्चिमी दिल्ली के नवादा हाउसिंग कॉम्प्लेक्स में दो कमरों के अपार्टमेंट में अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रहते हैं. यूं तो उनकी ज़िंदगी बेहद साधारण तरीके से कट रही थी, लेकिन अचानक सब बदल गया. काहे कि भाई ने अपना नाम जेम्स बॉन्ड रख डाला है.  

जी हां, लेखक इयान फ़्लेमिंग की बनाई गई डेबोनियर ब्रिटिश सीक्रेट सर्विस एजेंट जेम्स बॉन्ड 007 के किरदार से तो हर कोई वाकिफ़ है. ग़ज़ब भौकाली कैरेक्टर था. बेहतरीन गाड़िया, ख़ूबसूरत मोहतरमाएं और ग़ज़ब का एडवेंचर हमारी चरमराई ज़िंदगियों में जबरदस्त रोमांच पैदा कर देता था.   

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विकास इस क़िरदार से इतना प्रभावित हुए कि उन्होंने अपना नाम बदलकर जेम्स बॉन्ड कर दिया, जिसके बाद हर जगह उनकी ही चर्चा होने लगी है. उन्होंने कहा, ‘ये शब्द जंगल में आग की तरह फैल गया. लोगों की लगता है कि ये किसी तरह का मज़ाक है, लेकिन ये सच है.’  

उनका फ़ेवरेट बॉन्ड डैनियल क्रेग जहां बेहद शानदार कारों में घूमता था. वहीं, विकास कर्दम अपनी बाइक पर घूमते हैं. असली बॉन्ड पर दुनियाभर की महिलाएं जान छिड़कती थीं, लेकिन हमारे भाई से तो उनकी ही पत्नी नाराज़ हो गई है.  

उन्होंने कहा, ‘मेरी पत्नी का पहला रिएक्शन सदमे का था. उसने मुझे ग़ुस्से में देखा पर कुछ नहीं कहा और कमरे में चली गई. उसने मुझसे दो दिन से बात तक नहीं की है. उसे लगता है कि ये बहुत ध्यान आकर्षित करने वाला है और लोग मेरा मज़ाक बनाएंगे. लेकिन मैं इसका सामना करने के लिए तैयार हूं.’  

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विकास ने जब नाम बदलने की बात कही थी, तब किसी ने उन्हें सीरियसली नहीं लिया था. लेकिन अब जब उन्होंने ऐसा कर दिया तो हर कोई उनकी हिम्मत देखकर हैरान है. हालांकि, विकास ने इस बारे में अपने माता-पिता को नहीं बताया है क्योंकि उन्हें डर है कि वो अपने बेटे को पागल समझेंगे. इसलिए वो चाहते हैं कि ये ख़बर अपने आप ही उन तक पहुंच जाए ताकि टकराव से बचा जा सके.   

सरकारी दस्तावेज़ों में भी बदलना होगा नाम  

विकास ने बताया कि उन्होंने अपना नाम अप्रैल में ही बदल लिया होता, लेकिन कोरोना लॉकडाउन के चलते ऐसा नहीं पाया. शुक्रवार को ही नाम बदलने की प्रक्रिया पूरी हो पाई. अब उन्हें अपना नाम आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड समेत अन्य दस्तावेजों से भी बदलना होगा.   

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उन्होंने कहा कि वो जानते हैं कि इस नाम की वजह से उनका मज़ाक उड़ाया जा सकता है, लेकिन वो इस बात से ख़ुश हैं कि कम से कम वो सभी के मुस्कुराने की वजह बन सकेंगे.