गुजरात में एक कॉलेज अपने स्टूडेंट्स को लेट आने पर एक अनोखी सज़ा देता आ रहा है. ये एक इकोफ़्रेंडली सज़ा है, जिसके लिए इसकी तारीफ़ की जानी चाहिए. गुजरात यूनिवर्सिटी से मान्यता प्राप्त इस कॉलेज ने अपने छात्रों पर हर ग़लती पर एक पौधा लगाने की सज़ा निर्धारित कर रखी है.  

सज़ा देने की ये अनोखी पहल 8 साल पहले Shri Gijubhai Chhaganbhai Patel Institute Of Architecture, Interior Design And Fine Arts के एक प्रोफ़ेसर ने शुरू की थी. इसका मकसद छात्रों को पर्यावरण के प्रति जागरुक करना और हरियाली को बढ़ावा देना है.

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इसके अनुसार, अगर कोई छात्र लेट आता है, वक़्त पर असाइनमेंट नहीं करता, जैसी ग़लतियां करता है, तो उसे हर ग़लती पर एक पौधा लगाना होता है. इसकी शुरुआत कॉलेज के Architecture विभाग के प्रोफ़ेसर महेश पटेल ने की थी.

उन्होंने इस बारे में बात करते हुए कहा- ‘छात्र इस सज़ा को ख़ुशी-खु़शी स्वीकार करते हैं. क्योंकि ये पर्यावरण के अनुकूल है. उन्हें अपने पौधे की तब तक देखभाल करनी होती है, जब तक वो कॉलेज में रहते हैं. ये अनोखी सज़ा देने का फ़ैसला मेरा ही था.’ 
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उन्होंने आगे कहा- ‘मैं ख़ुद भी कोई ग़लती करता हूं, तो एक पौधा लगाता हूं. मेरा मानना है कि छात्रों को ऐसी सज़ा दी जानी चाहिए जो उन्हें कुछ सीख दे और एक बेहतर इंसान बनाए. ये पहल उन्हें कम उम्र में ही पेड़ लगाने की अच्छी आदत डालने में मदद करेगी.’

यहां के फ़ैकल्टी मेंबर्स के अनुसार, कॉलेज से पास हो चुके स्टूडेंट्स भी यहां पर आते हैं और अपने द्वारा लगाए गए पड़ों की देखभाल करते हैं. इस कॉलेज की बिल्डिंग के आस-पास अब तक क़रीब 500 पेड़ लगाए जा चुके हैं.

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इसी कॉलेज की पूर्व छात्रा भूमिशा प्रजापति ने कहा- ‘ये सज़ा नहीं, बल्कि एक अच्छी पहल है. मैं एक बार फ़ोन साइलेंट पर रखना भूल गई थी, तब भी मैंने एक पौधा लगाया था. ये पर्यावरण की रक्षा के लिए उठाया गया एक अच्छा कदम है. कॉलेज परिसर के आस पास लगे पेड़ों को छात्रों ने ही लगाया है.’ 

इस तरह की सज़ा हर कॉलेज में शुरू की जानी चाहिए, ताकि पर्यावरण के प्रति अधिक से अधिक लोग जागरुक हो सकें.