कोरोना महामारी के चलते इस बार का गणतंत्र दिवस समारोह भी फीका रहने वाला है. कोरोना के दूसरे स्ट्रेन के चलते ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने इस समारोह में हिस्सा लेने में असमर्थता जताई है. अब ख़बर आ रही है कि इस बार रिपब्लिक डे बिना किसी मुख्य अतिथि के मनाया जाएगा.
दरअसल, ऐन वक़्त पर किसी और को न्यौता देने से केंद्र सरकार कतरा रही है. जिस तरह के हालात इन दिनों पूरी दुनिया में हैं उसे देखते हुए ये ठीक भी है. अगर 2021 के गणतंत्र दिवस समारोह में कोई मुख्य अतिथि नहीं आते हैं तो ये चौथी बार होगा जब रिपब्लिक डे बिना किसी चीफ़ गेस्ट के मनाया जाएगा.
इससे पहले 1952, 1953 और 1966 में गणतंत्र दिवस समारोह बिना किसी मुख्य अतिथि के मनाया जा चुका है. कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार 26 जनवरी की परेड थोड़ी फीकी नज़र आएगी.
इस बार पहले की तुलना में परेड लाल क़िले पर न ख़त्म होकर नेशनल म्यूज़ियम पर ही ख़त्म हो जाएगी. मार्चिंग दस्ते में भी पहले की तुलना में इस बार 144 की जगह 90 जवान ही होंगे. बांग्लादेश की सेना का एक मार्चिंग दस्ता भी इस बार परेड में शामिल हो सकता है.
भारत की सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शित करते इस समारोह को इस बार पहले की तुलना में एक चौथाई लोग ही देख पाएंगे. 15 साल से कम उम्र के बच्चों को इस बार परेड देखने की अनुमति नहीं होगी.