पिछले कुछ महीनों से बड़े स्तर वन विभाग के 150 से ज़्यादा अधिकारी पर महाराष्ट्र के यवतमाला जिले के पांढरकवडा स्थित रालेगांव जंगलों में आदमखोर बाघिन का सर्च ऑपरेशन लगे हुए थे. आखिरकार T 1 उर्फ़ अवनी नाम की इस बाघिन, जिस पर कथित रूप से 13 लोगों की जान लेना का आरोप था को बीते शुक्रवार देर रात को अवनी को मार दिया गया है.
रिपोर्ट के अनुसार, 5 साल की इस बाघिन और दो शावकों की अवनी को पहले जाल में फंसाया गया और बाद में उसको मार दिया गया. मगर कितने दुर्भाग्य की बात है कि अदालत के आदेशों और मानदंडों के बावजूद इस शिकार के दौरान न ही किसी तरह की रियायत बरती गई और न ही उस समय वहां किसी तरह की पशु चिकित्सा की व्यवस्था थी.
The Hindu के अनुसार, महाराष्ट्र में 13 लोगों की हत्या के आरोप में अवनी उर्फ़ टी -1 टाइगर को महाराष्ट्र वन विभाग और बॉम्बे हाईकोर्ट ने मौत की सज़ा दी थी. हालांकि, जांच में पता चला था कि जिन लोगों का शिकार अवनी ने किया था, वो घने जंगलों में घुसे थे. इससे साफ़ पता चला था कि इंसान ने पहले उसके इलाके में कब्ज़ा करने पहुंचा था. उसके बाद भी अवनी और उसके शावकों को छोड़ा नहीं गया, बल्कि देखते ही गोली मारने के आदेश दे दिए गए थे.
अवनी को बचाने के लिए पिछले कई महीनों से मुहिम भी चल रही थी और इस दौरान राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री तक लोगों ने गुहार लगाई थी, लेकिन कोई अपील काम नहीं आ पाई. कोर्ट के आदेश के बाद भोपाल स्थित एक NGO, ‘प्रयत्न’ और ‘Save the Tiger‘ कैम्पेन भी चलाया गया. और बाघिन को शूट करने के वन विभाग के आदेश को बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर बेंच में चुनौती दी थी. इस पर हाईकोर्ट ने मुहर लगा दी थी. इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी. मगर सुप्रीम कोर्ट ने आदेश में दखल देने से इंकार कर दिया और बाघों की तलाश शुरू हुई. वहीं, सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि वनविभाग के पास कोई सबूत नहीं है कि हत्याएं अवनी ने ही की हैं.
सोशल मीडिया पर भी कई एक्टिविस्ट्स ने अवनी को बचाने के लिए मुहिम भी चलाई थी. सोशल मीडिया पर Let Avni Live के नाम से अभियान चलाया जा रहा था. ट्विटर पर हर रोज #LetAvniLive के नाम से सैकड़ों ट्वीट किये जा रहे थे.
वहीं गीतकार और स्टैंडअप कॉमेडियन वरुण ग्रोवर ने भी एक वीडियो के जरिए लोगों से गुहार लगाई थी कि शेरनी अवनी को बचाने के लिए ज़्यादा से ज़्यादा से लोग आगे आयें.
अब बाघिन की हत्या के बाद सोशल मीडिया पर लोग जमकर इसकी निंदा कर रहे हैं.
Dear Avni,
Sorry that our justice system is ineffecient to ensure justice to you. There could have been a better option than shooting you, only if Govt & Officials had resolute will. Dark day in history of Willdlife conservation.#Avni— Prasad guru (@prasad3197) November 3, 2018
Wild life conservationists and experts of repute must be called in to save the cubs of #Avni before they are wiped out by these unethical hunter murderers! Stop this supaari system for wild animals. You are in their habitat, respect that. Stop wiping out tigers for money! Please.
— Siddharth (@Actor_Siddharth) November 3, 2018
Sad Day.China has reversed Ban on Tiger/Rhino products for medicinal uses.While on home ground Despite all efforts,#Avni has been shot dead by the hunters, a leopard killed in Hit in run in Virar,Idiocy Reigns.Losing battle for our wildlife in Man Politics and Animal conflict.
— Raveena Tandon (@TandonRaveena) November 3, 2018
Supreme Court killed #Avni tigress in Maharashtra 🙁 I was a part of 1411 campaign where we saw government taking measures to increase the population. Guess Calcium and corporate stints are more important today than the big cat.
— Chandran (@moulistic) November 3, 2018