नौकरी के चक्कर में लोगों की नींद जाती है, धीरे-धीरे दोस्त कम होते जाते हैं, पर्सनल लाइफ़ भी सिमटती जाती है, घरवालों को टाइम नहीं दे पाते… कुल मिलाकर एक सैलरी के लिए ज़िंदगी नर्क हो जाती है, एक संडास में ही राहत था, वो भी नहीं रहा.
किसी शैतान को ये ख़्याल आया कि लोग ऑफ़िस के बाथरूम में बहुत वक़्त बर्बाद कर रहे हैं. इसलिए उसने कमोड को आगे से नीचे की ओर झुका हुआ बना दिया. जिससे उसपर ज़्यादा देर बैठने पर पैरों में दर्द शुरू हो जाएगा.
ये स्टार्ट-अप Biitish Toilet Association(BTA) से हाथ मिला चुका है. इनकी योजना है कि कमोड को आगे की ओर 13 डिग्री झुका दी जाएगी, इससे उसपर बैठने के लिए पैरों की ताकत का इस्तेमाल करना पड़ेगा और उसपर 5-7 मिनट तक बैठने के बाद अपने पैरों पर खड़ा होना आपकी मज़बूरी हो जाएगी.
ये स्टार्टअप कंपनियों को अपना आइडिया बेचने की स्ट्रेटज़ी बना रही है, उनका कहना है कि इससे कर्मचारियों ज़्यादा काम कर पाएंगा. यहां तक उनका ये भी दावा है कि ये देखने में आरामदायक न लगे लेकिन ये सेहत के लिए भी फ़ायदेमंद साबित होगा.
मैं बता रहा हूं, इससे कंपनियों को ही नुकसान होगा, क्योंकि सारे धमाकेदार आइडिया बाथरूम में ही आते हैं.