दुनिया की मशहूर पत्रिका ‘टाइम मैगज़ीन’ ने बुधवार को दुनिया की 100 सबसे ज़्यादा प्रभावशाली हस्तियों की सूची जारी की. इस सूची में ‘भीम आर्मी’ के संस्थापक और ‘आज़ाद समाज पार्टी’ के अध्यक्ष चंद्रशेखर आज़ाद के अलावा भारतीय मूल के 5 अन्य शख़्स भी जगह पाने में क़ामयाब रहे.
बीते बुधवार को ‘टाइम मैगज़ीन’ द्वारा जारी ‘2021 टाइम 100 नेक्स्ट’ की लिस्ट में चंद्रशेखर आज़ाद के अलावा भारतीय मूल की अन्य हस्तियों में ‘इंस्टाकार्ट’ की संस्थापक और सीआईओ अपूर्वा मेहता, ‘गेट अस पीपीआई एनजीओ’ की कार्यकारी निदेशक शिखा गुप्ता और गैर लाभकारी ‘अपसोल्व एनजीओ’ के रोहन पवुलुरी, ट्विटर के वकील विजया गड्डे और ब्रिटेन के वित्त मंत्री ऋषि सुनक भी शामिल हैं.
इस दौरान ‘टाइम 100’ के संपादकीय निदेशक डैन मैकसाई का कहना था कि, इस सूची में शामिल हर कोई इतिहास बनाने को तैयार है. इनमें से कुछ तो ऐसे भी हैं जो पहले ही इतिहास बना चुके हैं.
टाइम मैगज़ीन ने भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद के बारे में कहा है कि, वो दलित समुदाय को शिक्षा के ज़रिए ग़रीबी से निकालने में मदद करने के लिए स्कूल चलाते हैं और वो आक्रामक भी हैं. वो जीप-बाइक पर बैठकर जाति-आधारित हिंसा के शिकार लोगों की रक्षा करने के लिए गांवों में जाते हैं और भेदभाव के ख़िलाफ़ ‘उत्तेजक’ प्रदर्शनों का आयोजन करते हैं. भीम आर्मी ने हाथरस रेप मामले में न्याय के लिए एक अभियान भी चलाया था.
कौन हैं चंद्रशेखर आज़ाद?
यूपी के सहारनपुर ज़िले के छुटमलपुर स्थित ‘घड़कोली’ गांव के रहने वाले चंद्रशेखर आज़ाद ने देहरादून से लॉ की पढ़ाई की है. साल 2015 में उन्होंने ‘भीम आर्मी भारत एकता मिशन’ का गठन किया था. मई 2017 में जब शब्बीरपुर गांव में जातीय हिंसा हुई तो ‘भीम आर्मी’ के कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया था. इसी दौरान ही चंद्रशेखर पहली बार सुर्खियों में आए थे. जेल से रिहा होने के बाद भी चंद्रशेखर ने मिशन जारी रखा और दलितों के ख़िलाफ़ होने वाले अत्याचार के ख़िलाफ़ ज़ोरदार तरीके से आवाज़ उठाने लगे.
चंद्रशेखर आज़ाद ने ‘टाइम मैगज़ीन’ में जगह मिलने का श्रेय ‘भीम आर्मी’ के कार्यकर्ताओं को दिया है. आज़ाद ने कहा कि, इसका श्रेय हर उस कार्यकर्ता को जाता है, जिसने नेतृत्व का मौका दिया. टाइम ने हमारे द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन को सराहा इसके लिए उनका शुक्रिया.
बता दें कि 1 साल पहले चंद्रशेखर आज़ाद ने ‘आज़ाद समाज पार्टी’ का गठन किया है. यूपी उपचुनाव के दौरान बुलंदशहर सीट से उन्होंने अपना प्रत्याशी भी उतारा था. आज़ाद अब त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव और उसके बाद विधानसभा चुनाव में भी प्रत्याशी उतारने की तैयारी है.