‘जाको राखे साइयां मार सके न कोय’ 

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में बाढ़ प्रभावित इंदोरा-कंदरोड़ी संपर्क मार्ग पर एक ट्रैक्टर चालक बीते गुरुवार को 20 स्कूली बच्चों के लिए मसीहा बन कर आया. 

पुलिस के अनुसार, कांगड़ा के नूरपुर इलाके में आर्मी स्कूल, कंदोरी और केंद्रीय विद्यालय, नंगल भूर के छोटे-छोटे बच्चे उस समय स्कूल जा रहे थे. तभी उनकी जीप बैन-अटेरियन गांव के पास एक छोटी नदी, छोंछे की मज़बूत धाराओं में फंस गई. 

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जीप ड्राइवर इतना घबरा गया कि वो उन छोटे बच्चों को खतरें में छोड़कर भाग खड़ा हुआ. 

इसी बीच वहां से गुजर रहे एक ट्रैक्टर चालक ने उन फंसे बच्चों को देखा और उन्हें अपने वाहन की ट्राली में शिफ़्ट किया. 

पुलिस ने जीप चालक अरविंद कुमार के ख़िलाफ़ मामला दर्ज़ किया था और उसको पकड़ने में सफ़ल रही. 

गौरतलब है कि इससे पहले भी 2016 में छोंछे ब्रिज बह गया था. तब उस समय की राज्य सरकार ने नया पुल बनाने के लिए 12 करोड़ रुपये की मंज़ूरी दी थी. हालांकि, अभी तक इस पुल का निर्माण लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा पूरा किया जाना बाकी है.