कुत्ते अपनी वफ़ादारी के लिए जाने जाते हैं. Pet के तौर पर सबसे लोकप्रिय जानवरों में शुमार कुत्तों के जाने कितने ही लेंजेड्री किस्से मौजूद हैं, कई ऐसी कहानियां हैं, जहां अपने मालिक को बचाने या उन्हें मुसीबत से बाहर निकालने में इन कुत्तों ने बड़ी भूमिका निभाई. हाल ही में चेन्नई में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है. चेन्नई के एक शहर में अपनी सूझबूझ से ये कुत्ते एक हमलावर को पकड़ने में कामयाब रहे.

एक सीसीटीवी फ़ुटेज में सामने आया कि एक महिला अपने घर से निकलने के कुछ देर बाद ही बदहवास हालात में वापस आ रही थी. इस महिला पर चाकू से हमला किया गया था और फ़ुटेज में दो कुत्तों को एक ऑटोरिक्शा के पीछे भागते भी देखा जा सकता था.

दरअसल 23 साल के आर. रघुनाथ ने 31 वर्षीय सुचिस्मिथा को चाकू मारकर घायल कर दिया था. रघुनाथ और सुचिस्मिथा अशोक लेहैंड रिसर्च एंड डेवलेपमेंट डिपार्टमेंट में साथ ही काम करते थे. पिछले साल, सुचिस्मिथा ने रघुनाथ पर ग़लत तरीके से टच करने का आरोप लगाया था. उन्होंने इसकी सूचना अपने पिता को भी दी थी, जो उसी कंपनी में कार्यरत थे. सुचिस्मिथा के पिता इस मामले को उच्च अधिकारियों तक ले गए और रघुनाथ को सेक्सुएल हैरेसमेंट के आरोपों के चलते कंपनी से निकाल दिया गया.

बुधवार की सुबह सुचिस्मिथा अपने हॉस्टल से ऑफ़िस के लिए निकली थी. कुछ दूर चलने पर अचानक रघुनाथ उसके सामने आ गया. स्मिथा और रघु के बीच बहस होने लगी. बहस बढ़ती देख रघु ने गुस्से में आकर स्मिथा के पेट में एक से अधिक बार चाकू से वार किए. एक ऑटोरिक्शा ड्राइवर राम ने जब इस घटना को देखा, तो वो फ़ौरन महिला की मदद करने के लिए आगे बढ़ा, लेकिन रघुनाथ ऑटोवाले को धमकाने के बाद अपनी बाइक से फ़रार होने की कोशिश करने लगा.

राम ने इस बीच अपने दो कुत्तों को बुलाया. अपने मालिक का इशारा पाते ही दोनों कुत्ते रघुनाथ के पीछे पड़ गए. बाइक पर भाग रहे रघु को इन कुत्तों ने काट लिया और वो अपनी बाइक से नीचे गिर गया. गिरने के बाद भी कुत्तों ने रघु को तब तक नहीं छोड़ा, जब तक लोगों ने उसे पुलिस के हवाले नहीं कर दिया.

इसके बाद राम स्मिथा को अस्पताल ले गया, जहां उसका इलाज चल रहा है. डॉक्टरों ने उन्हें खतरे से बाहर बताया है. इन बहादुर कुत्तों को राम से बेहद लगाव है. रोज़ सुबह 6 बजे राम जब चाय पीने निकलता है, तो ये दोनों कुत्ते इसके साथ होते हैं.

कुत्ते, तनाव, बॉडी लैंग्वेज और कई तरह के इमोशंस को भांप सकते हैं. शायद यही कारण था कि वो स्मिथा की चीख-पुकार को खतरे के तौर पर भांपने में कामयाब रहे. इस घटना ने एक बार फ़िर साबित कर दिया है कि इंसान के सबसे वफ़ादार दोस्त यकीनन कुत्ते ही होते हैं.