कॉमेडी ग्रुप ‘ऐसी तैसी डेमोक्रेसी’ के सदस्य और हिंदी फ़िल्म लेखक वरूण ग्रोवर ने एक बार कहा था कि हमारे देश में चुटकुलों पर बहुत ज़्यादा मेहनत की ज़रुरत नहीं है, देश में कई सामान्य घटनाएं भी ऐसी होती हैं जो किसी Joke से कम नहीं लगती.

हाल ही में मध्य प्रदेश के इंदौर से भी एक ऐसी ही घटना सामने आई है. इंदौर के मुसाखेड़ी में दो आदमियों ने एक-दूसरे से शादी की है. भारत जैसे देश में जहां समलैंगिक शादियों को अपराध माना जाता हो, वहां वाकई ये दिलेरी का काम है. लेकिन खास बात ये है कि ये दोनों लोग एक-दूसरे से प्यार नहीं करते, बल्कि ये शादी इंद्र देवता को खुश करने के लिए रचाई गई है.

आलोकनगर के राधा कृष्ण मंदिर की धर्मशाला में गुरूवार रात को सखाराम अहिरवार और राकेश अदजान ने शादीशुदा होने के बावजूद सात फेरे लेकर विवाह रचाया.  शादी को कराने वाले रमेश सिंह तोमर ने कहा कि शहर में इस साल बहुत कम बारिश हुई है, जिसके चलते इंद्र देव को मनाने के लिए ऐसा किया गया है. गौरतलब है कि तोमर एक वॉटर सप्लायर हैं और ये दोनों लोग उनके अधीन काम करते हैं.

उन्होंने बताया कि इंद्र देव को मनाने के लिए उनके पूर्वजों ने भी यही टोटका अपनाया था. तोमर ने कहा कि भगवान एक तरीके के विवाह यानि गधा-गधी या मेंढक-मेंढकी जैसी शादियों से बोर हो चुके हैं और इसलिए आदमी की आदमी से शादी का फ़ैसला किया गया है. गौरतलब है कि शादी में बाराती और घराती दोनों मौजूद रहे और बाकायदा ऐसा जश्न मनाया गया जैसे किसी सामान्य शादी में होता है. इस शादी के बाद सखाराम और राकेश भी खुश हैं क्योंकि उन्हें पता है कि शादी करने से अच्छी बारिश होगी.

चूंकि ये शादी आस्था से जुड़ी थी, इसलिए न केवल इसका समर्थन हुआ, बल्कि पूरे गाजे-बाजे के साथ इस विवाह को अंजाम दिया गया. हालांकि, इस शादी को आस्था कहे या अंधविश्वास, लेकिन यहां सवाल बारिश का है, जिसे हर व्यक्ति चाहता है. इंद्र देवता प्रसन्न हुए या नहीं, ये तो आने वाला वक़्त ही बताएगा लेकिन इस शादी के दौरान हुई हल्की बारिश को लोग सकारात्मक रुप से देख रहे हैं. लोगों को उम्मीद है कि इस शादी के बाद झमाझम बारिश होगी.

वाकई, MP अजब है, सबसे ग़ज़ब है.