देश की राजधानी दिल्ली में कार चोरी होना आम घटना बनती जा रही है. आये दिन कार चोरी की कोई न कोई घटना अख़बार में होती ही है. लेकिन अब शायद हर दिन आने वाली ऐसी ख़बरों पर ब्रेक लग जाए क्योंकि दिल्ली पुलिस ने दो बड़े कार चोरों को हिरासत में लिया है.

आरिफ़ हुसैन और राहुल नाम के ये चोर द्वारका के सेक्टर-16 से पुलिस के चंगुल में आए हैं. आप जान कर हैरान रह जाएंगे कि इन्होंने टेस्ट ड्राइव के बहाने करीब 50 महंगी और लग्ज़री गाड़ियों पर हाथ साफ़ किया है.
दिल्ली के Joint Commissioner of Police प्रवीण रंजन ने बताया कि उन्हें काफ़ी वक़्त से टेस्ट ड्राइव के बहाने कार चोरी की कई वारदातों की शिकायत मिल रही थी. इस पर रोक लगाने के लिए इन चोरों का पकड़ा जाना बेहद ज़रूरी हो गया था. 1 मार्च को पुलिस के पास ख़बर आई कि दो लोग चोरी की गाड़ी द्वारा सेक्टर-16 के पास अपने साथी लिखविंदर को पहुंचाने आ रहे हैं.

उन्होंने ACP Sanjay Sehrawat और DCP (Crime) Madhur Verma के साथ एक टीम बनाई और इन चोरों को पकड़ने में कामयाब रहे. साल 2016 में इन दोनों चोरों के साथी लखविंदर को कार चोरी के मामले में गुरुग्राम से गिरफ़्तार किया गया था. लखविंदर चोरी की गाड़ियों को दुर्घटना में डैमेज बता कर बेच देता था. लखविंदर अपने दो लोगों को कार के शो रूम में भेजता था, जहां टेस्ट ड्राइव के बहाने वो गाड़ियां लेकर जाते थे. टेस्ट ड्राइव के दौरान वो किसी न किसी बहाने से कंपनी के आदमी को कार के बाहर भेजते थे और कार ले कर उड़ जाते थे.

इसके बाद वो गाड़ी को ले कर लखविंदर के पास पहुंचते, जहां कार के रंग और नम्बर को बदल दिया जाता था.

लखविंदर की गिरफ़्तारी के बाद करीब 15 गाड़ियों की बरामदगी हुई है. बाकि गाड़ियों की खोज जारी है और पूछताछ के बाद शायद इनका भी पता चल जाएगा. इन दो लोगों की गिरफ़्तारी के बाद पुलिस ने थोड़ी राहत की सांस ज़रूर ली होगी. लेकिन पुलिस भी ये मानती है कि इन दो लोगों के तार किसी बड़े गैंग से जुड़े हैं, जिसका पता भी पूछताछ और जांच के बाद चलेगा.