धर्म को ले कर आजकल हम सब इतने कट्टर हो गए हैं कि समाज में सांप्रदायिकता का ज़हर घुल गया है. हर दिन किसी न किसी अख़बार में सांप्रदायिकता की कोई न कोई ख़बर आई रहती है. सांप्रदायिकता के ऐसे ही माहौल में प्राचीन उडुपी श्री कृष्णा से एक सद्भाव की ख़बर आ रही है, जहां पहली बार मुसलमानों ने अपना रोज़ा खोला.

मंदिर के प्रमुखों द्वारा ‘सौहार्द उपहार कूटा’ नाम से मंदिर में एक समारोह का आयोजन किया गया था, जिसका उद्देशय समाज में एकता का संदेश देना था. मंदिर के स्वामी जी का कहना है कि शुक्रवार को सभी रोज़ेदारों ने नमाज़ के बाद मंदिर परिसर में ही रोज़ा खोला.

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इस समारोह का आयोजन विश्व हिन्दू परिषद से जुड़े स्वामी जी ने कराया था. उनका कहना है कि ‘इस आयोजन का उद्देश्य दोनों धर्मों के लोगों के बीच भाईचारे को बढ़ावा देना है.’

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इस दौरान मंदिर के स्वामी जी ने खुद रोज़ेदारों को खजूर बांटा, जबकि पुजारी फल और काजू जैसी चीज़ें बांटते हुए दिखाई दिए.