केरल ने एक बार फिर से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रौशन किया है. यहां की हेल्थ मिनिस्टर के.के. शैलजा को कोविड-19 के संकट की सबसे बड़े थिंकर्स की लिस्ट में पहला स्थान मिला है. इंग्लैंड की एक वर्ल्ड फ़ेमस मैगज़ीन ने कोरोना काल के टॉप 50 विचारकों की लिस्ट जारी की है. इसमें के.के. शैलजा का नाम टॉप पर है.
ब्रिटिश मैगज़ीन Prospect ने ये लिस्ट तैयार की है. इसमें कोरोना काल के दौरान राज्य में समय रहते उचित कदम उठा कर उसका डटकर सामना करने वाली केरल की हेल्थ मिनिस्टर के.के. शैलजा का नाम टॉप पर है. उनके बाद न्यूज़ीलैंड की प्रधानमंत्री Jacinda Ardern को इस लिस्ट में दूसरा स्थान मिला है.

ये लिस्ट मैगज़ीन ने हज़ारों लोगों द्वारा किए गए ऑनलाइन वोट की मदद से तैयार की है. मैगज़ीन ने के.के. शैलजा की उपलब्धियों को याद करते हुए लिखा कि वो सही समय पर सही महिला रहीं.

उन्होंने लिखा- ‘जब कोविड-19 चीन में अपने पैर पसार रहा था तभी से ही के.के. शैलजा ने केरल में इसके ख़िलाफ मोर्चा संभालना शुरू कर दिया था. उन्होंने जनवरी में ही कोरोना वायरस को रोकने के लिए उचित कदम उठाने शुरू कर दिए थे. साल 2018 में भी उन्होंने केरल में फैले निपाह वायरस का भी डटकर सामना किया और उसे राज्य से निकाल फेंका था.’

BBC, The New York Times, The Guardian जैसे अंतरराष्ट्रीय मीडिया संस्थान भी कोरोना महामारी के प्रसार को रोकने के केरल के प्रयासों की सराहना कर चुके हैं. यही नहीं संयुक्त राष्ट्र ने भी अपने लोक सेवा दिवस पर के.के. शैलजा को अपने विचार साझा करने के लिए आमंत्रित किया था. संगठन ने कोविड-19 की रोकथाम के लिए उठाए गए उनके कदमों की सराहना की थी.

दूसरे नंबर पर न्यूज़ीलैंड की पीएम Jacinda Ardern हैं. इन्होंने भी अपने देश में कोरोना वायरस को सही वक़्त पर सही निर्णय लेकर रोकने में कामयाबी हासिल की थी. इसके बाद बांग्लादेश की आर्किटेक्ट मरीना तबस्सुम का नाम है. वो जलवायु परिवर्तन की वजह से बाढ़ की कगार पर पहुंच रहे बांग्लादेश के लोगों के लिए ख़ास तरह के घर बनाती हैं.

वो बांस और बल्लियों की मदद से ऐसे घर बनाती हैं जो बाढ़ के दौरान लोगों को सुरक्षित रखते हैं. चौथे नंबर पर दार्शनिक Cornel West और पांचवें स्थान पर इतिहास कार Olivette Otele का नाम है.
News के और आर्टिकल पढ़ने के लिये ScoopWhoop Hindi पर क्लिक करें.