इस साल का स्वतंत्रता दिवस ब्रिटेन से भारत के लिए ख़ुशख़बरी लेकर आया. वर्षों पहले चोरी हुई भारत की दो कीमती कलाकृतियां कल ब्रिटेन और अमेरिका ने भारतीय उच्चायुक्त को सौंप दीं. इन्हें ब्रिटेन में बने दूतावास में भारतीय उच्चायुक्त रुचि घनश्याम ने प्राप्त किया.
लंदन में मौजूद भारतीय दूतावास में पहले झंडा फहराया गया और उसके बाद ब्रिटेन और अमेरिका के उच्चायुक्तों ने इन दो Antique Pieces को भारत को वापस लौटा दिया. इनमें एक कलाकृति आंध्रप्रदेश और दूसरी तमिलनाडु की है.
इन्हें स्मगलर्स ने भारत से चुरा कर विदेश पहुंचा दिया था. हाल ही में इन्हें अंतराष्ट्रीय आर्ट स्मगलर्स से बरामद किया गया है. इनमें से एक नक्काशीदार चूने का पत्थर है, जिसपर 1st Century BC और 1st Century AD की तारीख़ लिखी है. वहीं दूसरी नवनीत कृष्ण की मूर्ती है, जो कांस्य की बनी है. जानकारी के मुताबिक, ये मूर्ती 17वीं शताब्दी की है.
भारतीय उच्चायुक्त रुचि घनश्याम ने भारत कि इन दोनों अनमोल धरोहरों को लौटाने के लिए Homeland Security Investigation (HIS) टीम और Manhattan District Attorney’s Office के अधिकारियों को धन्यवाद दिया. साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि तस्करों द्वारा चुराई गई ऐसी 2000 वस्तुएं भी भारत को लौटाई जाएंगी और दोषियों के ख़िलाफ़ उचित कार्रवाई की जाएगी.
इस बारे में बात करते हुए HIS के स्पेशल एजेंट Peter C Fitzhugh ने कहा- ‘दुनियाभर से लूटे गए ये एंटीक पीस उनके देशों के लिए सांस्कृतिक महत्व रखते हैं. इनकी कोई कीमत नहीं लगाई जा सकती. एक ऑपरेशन के तहत बरामद की गई ये कलाकृतियां उनके इतिहास का हिस्सा हैं, जिन्हें उनके देश को लौटाना बहुत ही सम्मान जनक है.’
इन दोनों ही कलाकृतियों को भारतीय पुरातत्व विभाग को दे दिया जाएगा.