कुछ महीनों पहले तेलंगाना के एक बिज़नेसमैन ने अपनी बेटी के पति को दिन-दहाड़े मरवा दिया था.  

अमृता के पिता ने प्रणय की हत्या सिर्फ़ इसलिए करवा दी क्योंकि वो दूसरी जाति का था. इन दोनों की शादी को सिर्फ़ 8 महीने ही हुए थे.


महाराष्ट्र के अहमदनगर में एक और ऑनर किलींग का मामला सामने आया है. 1 मई को रुकमणी के घरवालों ने उसे और उसके पति मंगेश को जलाकर मारने की कोशिश की.  

Indian Express

रुकमणी 70% जल चुकी थी और पुणे के Sassoon General अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई. रुकमणी 2 महीने की गर्भवती थी. उसका पति मंगेश 50% जल गया और उसका इलाज चल रहा है.   


Indian Express की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ये घटना परनर तालुका के निगहोज गांव में हुई. पति-पत्नी के बयान और मरने से पहले रुकमणि द्वारा दिए गए बयान पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.  

अभी तक इस मामले में रुकमणि के दो अंकल, सुरेंद्र भारतीय और घनश्याम सरोज को गिरफ़्तार कर लिया गया है. पुलिस, रुकमणि के पिता रामा भारतीय की तलाश कर रही है.


अहमदनगर के पारनेर पुलिस स्टेशन के सब-इंस्पेक्टर विजय कुमार के अनुसार,  

मंगेश लोहार समुदाय से और रुकमणि पासी समुदाय से हैं. दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया और लड़की के घरवालोंं के इच्छा विरुद्ध जाकर दोनों ने पिछले साल दिवाली के आस-पास शादी कर ली.

-विजय कुमार

विजय कुमार ने आगे बताया, 

शादी मंगेश के परिवार की उपस्थिति में पुणे के आलंदी में हुई. सिर्फ़ रुकमणि की मां ने इस शादी में हिस्सा लिया था. शादी के बाद से ही रुकमणि के परिवारवाले दोनों को धमका रहे थे. 

-विजय कुमार

Pune Mirror

रिपोर्ट्स के अनुसार, 30 अप्रैल को जोड़े की छोटे सी बात पर बहस हुई थी. इसके बाद रुकमणि अपने पिता के घर चली गई. पुलिस को दिए गए बयान के मुताबिक,


‘1 मई को रुकमणि ने मंगेश को फ़ोन करके उसे वापस ले जाने को कहा. मंगेश के मुताबिक रुकमणि के घरवाले उसे जाने नहीं दे रहे थे. बहसबाज़ी के बाद रुकमणि के दो अंकल ने दोनों पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी. रुकमणि के पिता ने बाहर से कमरा बंद कर दिया.’  

दोनों की चीखें सुनकर कुछ पड़ोसियों ने दोनों को अहमदनगर के सरकारी अस्पताल पहुंचाया जहां से उन्हें Sassoon General अस्पताल भेजा गया.


Sassoon General के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. अजय तावड़े ने बताया कि रविवार रात रुकमणि ने दम तोड़ दिया. 

मंगेश पुणे के चंदन नगर में अपने भाईयों महेश और विक्रांत के साथ Construction Site पर काम करता है. महेश के अनुसार 1 मई को महेश और विक्रांत पुणे में थे और मंगेश अपने गांव निघोज गया था. महेश के शब्दों में,   

3 बजे के आस-पास हमें फ़ोन आया कि मंगेश के ससुरालवालों ने उसे और रुकमणि को मारा है और जला दिया है. रुकमणि दो महीने की गर्भवती थी और उसकी रविवार रात 9:30 बजे के आस-पास मृत्यु हो गई.

-मंगेश का भाई महेश

महेश के मुताबिक, मंगेश ने 1 मई को लोकल पुलिस से सहायता भी मांगी थी पर उसकी शिकायत को अनसुना कर दिया गया.


ऐसी घटनाएं साबित करती हैं कि जातिगत भेदभाव हमारे समाज में कितने अंदर तक फैला हुआ है. झूठी शान और इज़्ज़त किसी के लिए इतनी ज़रूरी है कि लोग हत्या जैसे क्रूर अपराध को करने से भी नहीं चूक रहे.