ग़ौरतलब है कि देश में आज-कल ऊट-पटांग बयान देने का दौर चल पड़ा है. इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए, इस बार एक केंद्रीय मंत्री ने अपने ज़बरदस्त ज्ञान का नमूना पेश किया है.

केंद्रीय मंत्री, सत्यपाल सिंह के अनुसार डारविन की ‘Theory Of Evolution’ का सिद्धांत वैज्ञानिक तौर पर ग़लत है और उसे स्कूल में नहीं पढ़ाना चाहिए. शुक्रवार को औरंगाबाद में मंत्री जी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हमारे पूर्वजों ने कभी किसी बंदर के इंसान में परिवर्तित होने का उल्लेख नहीं किया है.

आईपीएस रह चुके, सत्यपाल सिंह ‘अखिल भारतीय वैदिक सम्मेलन’ में भागीदारी देने आये थे और वहीं उन्होंने चार्ल्स डारविन के सिद्धांत पर टिप्पणी दे दी.
19वीं शताब्दी में चार्ल्स डारविन और अन्य वैज्ञानिकों ने ये सिद्ध दिया था कि इंसान और बंदर के पूर्वज एक ही थे. इसके बाद पूरी दुनिया ने इस सिद्धांत को स्वीकार किया था.

किसी कैबिनेट मंत्री द्वारा इस तरह का बयान देना ये प्रश्न खड़ा करता है कि बिना किसी सबूत या रिसर्च के इस तरह की टिप्पणी देना विज्ञान की अहमियत को कम करता है. अगर मंत्री जी ने डारविन के सिद्धांत को खारिज किया तो उनके पास अपना भी कोई सिद्धांत होना चाहिए, लेकिन अभी तक ऐसा कुछ सामने नहीं आया है.