इ यूपी है. इहां के सड़क से लेकर परिक्षार्थी के पेपर तक, सब बवाल काट देते हैं.

हाई स्कूल और इंटर की परिक्षाओं में पास होने के लिए यूपी के छात्र इस कदर बेचैन हो गए कि परिक्षा की कॉपी में गदर मचा दिया. नमूने के तौर पर ये-

इस महान प्राणी ने न पढ़ पाने की वजह पूजा के प्रेम को बताया!

किसी ने प्रेम को अपने न पढ़ने का कारण बताया, तो किसी ने ये लिखा कि उसकी मां नहीं है और फ़ेल होने पर बापू मार डालेंगे. कुछ परिक्षार्थियों ने कॉपी जांचने वाले के लिए पैसे रखे, तो किसी ने कहा कि वो उन्हीं के पुत्र/पुत्री के समान हैं! मतलब फ़िल्म बन सकती है इन कॉपियों पर तो.

सवालों का जवाब न देते हुए इन परिक्षार्थियों ने आत्मविश्वास के साथ पास मार्क्स की अपील करते हुए कहा कि पास किए जाने पर कॉपी चेक करने वाले को आशीर्वाद मिलेगा और उनके घर-परिवार में सुख-शांति रहेगी.

CAV Inter College में चेक किए जा रहे, इंटर की हिन्दी परिक्षा की कॉपी में एक छात्रा ने लिखा, ‘कि अगर वो गुरू जी कि बेटी होती, तो क्या तब भी वो उसे फ़ेल करते?’

HT से बातचीत में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के जेनरल सेक्रेटरी और इलाहाबाद के एक यूपी बोर्ड स्कूल के शिक्षक, लाल मणि द्विवेदी ने बताया,

परिक्षार्थियों ने मूल्यांकन करने वाले से पास मार्क्स मांगे हैं और इसकी अलग-अलग वजह दी है. कुछ छात्रों ने तो यूपी सीएम द्वारा, परिक्षा में चीटिंग रोकने के लिए उठाये गये कदमों की तारीफ़ें भी की है.

रसायन शास्त्र की एक कॉपी, जिसकी जांच KP Inter College में की जा रही थी, में एक छात्र ने कविता लिख डाली,

‘चिट्ठी-चिट्ठी जा सर के पास, सर की मर्ज़ी फ़ेल करें या पास.’

इसके बाज इस छात्र ने लिखा, ‘गुरू जी पास कर दें.’

गवर्मेंट गर्ल्स इंटर कॉलेज में मूल्यांकनकर्ता को एक भावनात्मक चिट्ठी मिली,

मैं एक गरीब परिवार से हूं और मैंने छोटी उम्र में ही पिता को खो दिया था. मैं कमाता हूं और अपने छोटे भाई-बहनों का ध्यान भी रखता हूं. मैं आपसे पास करने की भीख मांगता हूं. मुझ पर और मेरे परिवार पर ये आपका एहसान होगा.

HT से बातचीत में एक मूल्यांकनकर्ता ने बताया,

कुछ अपील सच्ची लगती हैं, तो कुछ फ़ेक. पर हम क्या करें, हमें तो जवाबों के आधार पर ही नंबर देने हैं.

यूपी बोर्ड की हाई स्कूल और इंटर की परिक्षायें 17 मार्च को ख़त्म हुई. इस बार परिक्षार्थियों ने सीसीटीवी कैमरा की निगरानी में परिक्षायें दीं. 66.4 लाख छात्रों ने इस बार यूपी बोर्ड की परिक्षायें दीं. कड़ी निगरानी में होने के कारण 11,27,825 लाख विद्यार्थियों ने बीच में ही परिक्षा छोड़ी. वहीं 1,146 परिक्षार्थियों को चोरी करते हुए पकड़ा गया.