उत्तर प्रदेश के जिला लखीमपुर खीरी का एक परिवार अपनी खोई बेटी को पाने के लिए थाने के चक्कर काट रहा है. परिवार का दावा है कि एहसास नाम की लड़की जिसे ज़्यादातर लोग ‘मोगली गर्ल’ के नाम से जानते हैं, उनकी खोई हुई बेटी लक्ष्मी है.

हाल ही में एक बच्ची के मिलने की ख़बर ने मीडिया की सुर्खीयां बटोरी थीं. बंदरों के साथ रह रही इस बच्ची की ख़बर जब परिवार तक पहुंची, तब वो पुलिस के पास अपनी खोई बच्ची की तस्वीर ले कर पहुंचे.

परिवार ने लिखित याचिका दायर की है कि ये बच्ची उन्ही की बेटी है और वो 25 नवंबर 2012 को खो गई थी. इस याचिका में ये भी लिखा है कि पुलिस बच्ची और उनका DNA टेस्ट भी करवा सकते हैं.

5 साल पहले खोई बच्ची की इन्होंने कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई थी, इस कारण पुलिस भी इस मामले की जांच कर सच्चाई सामने लाने की कोशिश कर रही है.

एहसास को कटरनियांघाट के जंगलों से बरामद किया गया था, जब वो बंदरों के एक झुंड के साथ खेल रही थी. बच्ची कहां से आई इसका कहीं कोई रिकॉर्ड नहीं है. इस बच्ची में कोई भी जानकारी न होने कारण अभी उसे लखनऊ के एक अनाथ आश्रम में रखा गया है.

Story Source: indiatimes