मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 29 मई को लखनऊ में एक समारोह में, यूपी बोर्ड हाई स्कूल टॉपर्स को प्रोत्साहन के रूप में चेक बांटे थे. आलोक मिश्रा ने यूपी बोर्ड हाई स्कूल की परिक्षाओं में 7वां रैंक हासिल किया और उसे भी 1 लाख का चेक मिला.
93.5% अंक हासिल करने वाले आलोक एक साथ एक बहुत ही घटिया मज़ाक हो गया. बाराबांकी के Young Stream Inter College के छात्र को भनक भी नहीं थी कि चेक कैश करवाने के बाद उसके साथ क्या होने वाला है.
News 18 की रिपोर्ट के अनुसार, आलोक को स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया डिपार्टमेंटल अकाउंट का चेक मिला था, जिस पर बाराबांकी के District Inspector का हस्ताक्षर था.
चेक नंबर 974926 को आलोक के माता-पिता ने 5 जून को लखनऊ के हज़रतगंज स्थित देना बैंक के शाखा में जमा करवाया. पर जब आलोक के अकाउंट में पैसे जमा नहीं हुए, तो उसके माता-पिता ने बैंक से संपर्क किया और उन्हें पता चला कि चैक बाउंस हो गया है.
News 18 से हुई बातचीत में आलोक ने कहा,
जब सीएम सर से मुझे चेक मिला तो मैं बहुत ख़ुश था. लेकिन चेक बाउंस होने की ख़बर जानकर मुझे थोड़ी निराशा हुई.
DIOS राज कुमार यादव ने बताया,
चेक बाउंस होने की वजह है, हस्ताक्षर का मैच न होना. किसी और छात्र ने चैक बाउंस होने की शिकायत नहीं की है. इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए क्योंकि ये सीएम से जुड़ा हुआ है.
हम उम्मीद करते हैं कि छात्र को प्रोत्साहन राशि मिले और वो आगे भी सफ़लता की ऊंचाईयों तक पहुंचे. साथ ही अगर मामला सिर्फ़़ हस्ताक्षर का है, तो अधिकारियों को ज़रा एहतियात तो बरतना ही चाहिए.