ऑफ़िस और घर एक साथ मैनेज करना किसी के लिए भी बहुत Challenging काम होता है. ये चैलेंज और कठिन तब हो जाता है, जब आप दोनों काम Perfect तरीके से करना चाहें. ऐसी ही मुश्किलें थी अनु कुमारी के साथ. फ़ैमिली थी, छोटा बच्चा, घर का काम और UPSC की पढ़ाई. अनु ने इस साल UPSC की परीक्षा में महिलाओं में दूसरा स्थान प्राप्त किया है. 31 साल की अनु हरियाणा के एक छोटे से गांव से ये तैयारियां कर रही थी, जहां टाइम पर अख़बार भी नहीं पहुंचता है.

घर, परिवार और पढ़ाई का बैलेंस बनाना कितना मुश्किल है?

अनु पढ़ाई के लिए 10-12 घंटे टाइम निकालती थी. उन्होंने इसके लिए कोई कोचिंग भी नहीं ली. उनकी सारी तैयारी ऑनलाइन मिले कॉन्टेंट से हुई. ये अपने आप बहुत गर्व की बात है. और ये साबित भी करता है कि किसी भी उपलब्धि और सफ़लता के लिए साधनों से ज़्यादा मन की साधना और लगन की ज़रूरत होती है.

हरियाणा की इस बेटी की जीत पर CM मनोहर लाल खट्टर ने भी ट्वीट किया और बाकी लड़कियों को अनु से प्रेरणा लेने की बात कही.

अनु ने अपना Success Mantra देते हुए कहा कि लगन और मेहनत करते रहिये, कामयाबी आराम से मिल जाएगी. UPSC में अनु का य दूसरा एटेम्पट था, इससे पिछले साल वो एक नंबर की वजह से रह गयी थी.

इस साल UPSC में 13 हज़ार छात्रों ने Written Exam के लिए Qualify किया, जिनमें से 2,568 Candidates को Personality Test के लिए चुना गया. इस लिस्ट में 990 Candidates को चुना गया, जिनमें से 250 महिलाएं थी. UPSC 2018 की टॉप 25 की लिस्ट में इस साल 8 महिलाएं हैं.

एक IAS अफ़सर बन कर अनु देश में महिला सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए काम करेंगी. हम आशा करते हैं कि वो अपने प्रयासों में सफ़ल हों.