अमेरिका के राष्ट्रपति, डोनाल्ड ट्रंप ने बीते सोमवार को नये ‘ग्रीन कार्ड्स’ जारी करने पर पाबंदी लगा दी. इसके साथ ही ट्रंप ने H-1B और H-4 समेत विदेशियों के Work Visa भी सस्पेंड कर दिये.
जो अमेरिका में वीज़ा पर रह रहे हैं, ये सस्पेंशन उन पर लागू नहीं होगा. अमेरिका से पढ़ाई करने वाले विदेशी छात्रों के Optional Practical Training पर भी ये सस्पेंशन लागू नहीं होगा.
इसके अलावा L-1 वीज़ा (Intracompany Transfer) और J1 वीज़ा (डॉक्टर और रिसर्चर) भी सस्पेंड कर दिये गये. हालांकि कोरोनावायरस पर काम कर रहे लोगों के लिए एक्सेपशन है.
Times of India की रिपोर्ट के मुताबिक़, वीज़ा कैंसलेशन से अमेरिकियों के लिए 525,000 नौकरियां निकलेंगी.
Indian Express की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने ये क़दम कोरोनावायरस की वजह से नौकरी खो चुके लाखों अमेरिकियों को नौकरी दिलाने के लिए लिया है. कई बिज़नेस संस्था, लॉमेकर और मानवाधिकार संगठन के विरोध के बावजूद ये क़दम उठाया गया है.
ये Proclamation 24 जून से लागू होगा. ये आशंका लगाई जा रही है कि इसका प्रभाव कई भारतीय IT प्रोफ़ेशनल्स पर पड़ेगा जिन्हें 2021 के लिए यूएस वीज़ा दिया गया था.
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने अपने एडमिनस्ट्रेशन को H-1B वीज़ा सिस्टम में ‘रिफ़ॉर्म’ लाने को कहा है. व्हाइट हाउस के एक अधिकारी के मुताबिक़, वीज़ा इश्यू करने के लिए एक मेरिट-बेस्ड सिस्टम लाया जायेगा.
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