देशभर में नागरिकता संशोधन क़ानून का विरोध जारी है. विरोध प्रदर्शन, विरोध के नये-नये तरीके ढूंढ रहे हैं तो उन पर क़ाबू पाने के लिए पुलिस भी नये हथकंडे अपना रही है.
शाहीन बाग़ की महिलाओं से प्रेरित होकर बीते शुक्रवार को लगभग 50 महिलाओं ने बैठकर विरोध शुरू किया. शनिवार को सैंकड़ों बच्चे और महिलाएं उनका साथ देने के लिए पहुंचे. मौक़े पर पुलिस और रैपिड एक्शन फ़ोर्स भारी मात्रा में मौजूद थे. कुछ प्रदर्शकों ने ही पुलिस द्वारा कंबल और खाने-पीने की चीज़ें ले जाने के वीडियोज़ शेयर किये.
It’s @Uppolice Snatching aways Blankets Of Protestors From Lucknow !!#कम्बल_चोर_यूपी_पुलिस pic.twitter.com/onKDtyS89P
— Sanwar Ali (@advsanwar) January 18, 2020
No words. 🤣🤣🤣#कम्बल_चोर_यूपी_पुलिस pic.twitter.com/yaHjvn32e2
— V (@Varishaaaa) January 18, 2020
Imagine a police force getting down to snatching your food to stop you from protesting!
— ALOK|بہت کم موریہ (@ALOKdelhi6) January 18, 2020
Just think about it once!!#कम्बल_चोर_यूपी_पुलिस#CAA_NRC_Protests#मोदीजी_शाहीनबाग_कब_आओगे #मोदीजी_शाहीनबाग_कब_आओगे#ShaheenBaghProtest pic.twitter.com/p47rLOLwOr
National Herald के रिपोर्ट के अनुसार, होम मेकर आयशा सिद्दक़ी ने बताया,
‘हम अंबेडकर गांधी वाले हैं, न मानेंगे न हारेंगे’, ‘सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा’ जैसे पोस्टर्स के साथ विरोध जारी रहा.