उत्तराखंड में ग्लेशियर फटने से तपोवन हाईड्रो-इलेक्ट्रिक पॉवर डैम जिसे ऋषि गंगा प्रोजेक्ट के नाम से भी जाना जाता है पूरी तरह ध्वस्त हो गया है. भारतीय वायुसेना के Advanced Light Helicopter(ALH) ने जोशीमठ और आस-पास के क्षेत्रों में एरियल सर्वे किया और शुरुआती रिपोर्ट्स में ये खुलासा हुआ है.
भारतीय वायुसेना के मुताबिक़, घाटी के नीचे हो रहे कई कन्स्ट्रक्शन कार्य नष्ट हुए हैं. नंदा देवी ग्लेशियर के शुरुआत से पिपलकोटी और चमोली तक मलबा देखा गया.
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, तपोवन क्षेत्र की मालारी घाटी के भी दो पुल नष्ट हो गये हैं. जोशीमठ और तपोवन के मैन रोड को क्षति नहीं पहुंची है.
भारतीय वायुसेना, थलसेना रेस्क्यू कार्यों में लगी हुई है. उत्तराखंड मुख्यमंत्री, त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मृतकों के परिवार के लिए 4 लाख की सहायता राशि की घोषणा की है.
मुख्यमंत्री रावत ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं. सहायता के लिए इन हेल्पलाइन नंबर्स पर संपर्क करें-