हमने कई बार बच्चों को बड़े होने के बाद अपना नाम बदलते देखा है. कई बच्चो को अपने मां-बाप से शिकायत होती है कि उन्होंने उनका नाम अच्छा नहीं रखा. कई बॉलीवुड स्टार भी फिल्मो में आने पर अपना नाम बदल लेते है. जैसे रणवीर सिंह का असल नाम रणवीर सिंह भवनानी था पर उन्हें उनका नाम काफ़ी बड़ा लगता था इसलिए उन्होंने उसे छोटा कर दिया था. क्या कभी किसी गांव को उसका नाम बदलते देखा है? नहीं न. लेकिन कुछ ऐसा ही हुआ ‘छक्का’ गांव के लोगों के साथ.
मध्या प्रदेश के पन्ना ज़िले के ‘छक्का’ गांव में रहने वाले लोगों को उनके गांव के नाम से शर्मिंदगी महसूस होती थी इसलिए उन्होंने अपने गांव का नाम बदलने के लिए 2013 में नाम परिवर्तन का प्रस्ताव दिया. एक पूर्व तहसीलदार फै़ज़ मोहम्मद ने कहा कि ‘छक्का’ शब्द की वजह से निवासियों द्वारा उपहास का सामना किया जाता है.
गांव का नाम छक्का 1924 से था और किसी को इस नाम का इतिहास नहीं पता. कई वर्षों तक लोगों द्वारा मज़ाक उड़ने के बाद अब जाकर इस गांव के निवासी इसे बदलने में सफल रहे हैं. अब इस गांव को महागवन छक्का के बजाय, महागवन सरकार कहा जाएगा.
इसके अलावा एक और गांव है,जहां के लोगों को उनके गांव के नाम से दिक्कत थी, उस गांव का नाम पहले महागवान ‘टिलिया’ था. लेकिन वहां के लोगों ने ‘टिलिया’ शब्द का विरोध किया. उन्होंने महसूस किया कि यह किसी जाति को दर्शाता है.अब महागवान ‘टिलिया’ का नाम बदलकर महागवन घाट रखा गया है.
दोनों गांव पन्ना ज़िले के शाहपुरा तहसील में हैं. ज़िला कलेक्टर मनोज खत्री ने नाम परिवर्तन के बारे में सबको बताया, Revenue Department भोपाल राजस्व विभाग ने इस साल 25 मई को इस संबंध में एक Notice जारी किया.
2011 की जनगणना के अनुसार महागवन सरकार में 280 परिवार रहते हैं जिनकी कुल आबादी 1,139 है. नाम बदलने की प्रक्रिया में पांच साल लग गए. 2013 से शुरू हुआ नाम बदलने का Process, अब 2018 में आकर पूरा हो ही गया.