पान मसाले की पीक और मुंह से गाली ये देखते ही लोग बोलते थे, यूपी के हो क्या? और यूपी से भी कानपुर से. हालांकि, ये पहचान बदलना थोड़ा मुश्किल है, लेकिन धीरे-धीरे कानपुर में होने वाला डेवलेपमेंट लोगों को ऐसा कुछ न बोलने पर मजबूर कर देगा.


दरअसल, कुछ सालों से कानपुर में चिल करने और खाने-पीने की कई सारी जगहें बन गई हैं, जिनमें फ़ज़लगंज़ के पास पिंड कनाडा, हुक्का पार्लर और पब शामिल हैं. इसके अलावा कानपुर में एक कैफ़े बना है, जिसका नाम Pink Zebra है. इस कैफ़े के मालिक को Wes Anderson की मूवी से ख़ासा लगाव है, जो आपको कैफ़े की बनावट में दिख जाएगा. इसे Renesa Architects द्वारा डिज़ाइन किया गया है. Pink Zebra नाम के पीछे एक काल्पनिक अवधारणा है, वो ये है कि एक ज़ेबरा को Deep Pink Sea में डुबोया जाता है.


जैसा कि नाम से पता चलता है, Pink Zebra, ब्रिटिश राज के दौरान कानपुर शहर को प्रभावित करने वाले 19वीं सदी के यूरोपीय अतिरेक के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करता है.

इसके डायनिंग रूम काफ़ी फ़ंकी है, जिसमें Colonial Era की कहानियों को दीवारों और छतों पर दर्शाया गया है.

Lonely Planet के आर्किटेक्ट, संचित अरोड़ा ने बातचीत में कहा:
Pink Zebra कानपुर शहर में 19वीं शताब्दी के ब्रिटिश राज के दौरान यूरोपीय भव्यता के अतिरेक पर आधारित है. इसको बनाने का कारण कुछ नया करना और लोगों को अपनी ओर खींचना था. क्योंकि ऐसा अभी तक कुछ नहीं हुआ है.

अबकी बार कानपुर जाना, तो Pink Zebra ज़रूर जाना.