मंगलवार, 4 अगस्त को लेबनान की राजधानी, बेरुत में लोगों की शाम आम दिनों की तरह ही बीत रही थी कि तभी कानों को सुन्न कर देने वाले एक विस्फोट ने पूरे शहर को हिला दिया.
Explosion In Beirut 🥺🥺#Beirut#BeirutBlast #BeirutBlasts pic.twitter.com/fKePN3go6X
— Zubair Ahmad (@ZuFizko) August 5, 2020
सरकार का कहना है कि बेरुत बंदरगाह के एक वेयरहाउस में रखे गए 2750 टन अमोनियम नाइट्रेट के ज़खीरे में आग लगने से ये धमाका हुआ है. क़रीब 6 साल पहले बेरूत के तट पर एक जहाज़ से तक़रीबन 3 हज़ार टन अमोनियम नाइट्रेट ज़ब्त किया गया था.
क्या होता है अमोनियम नाइट्रेट?
अपने शुद्ध रूप में अमोनियम नाइट्रेट (NH4NO3) क्रिस्टल जैसा सफ़ेद केमिकल है जो पानी में घुलनशील होता है. ये एक सिंथेटिक केमिकल है जिसे नाइट्रिक एसिड और अमोनिया को रियेक्ट करा कर बनाया जाता है.
इसका सबसे ज़्यादा उपयोग खेती के लिए उर्वरक बनाने, निर्माण कार्य और खनन के लिए विस्फोटक बनाने में किया जाता है.
कितना ख़तरनाक होता है अमोनियम नाइट्रेट?
अमोनियम नाइट्रेट अपने आप में विस्फोटक नहीं होता है. लेकिन अगर ये काफ़ी वक़्त तक यूं ही पड़ा रहे तो ख़राब होना शुरू हो जाता है. लंबे वक़्त के लिए स्टोर करने पर ये वातावरण की नमी सोखने लगता है और आख़िर में ये एक बड़ी सी चट्टान में बदल जाता है.
इसको लंबे वक़्त तक स्टोर करना काफ़ी ख़तरनाक हो जाता है क्योंकि ये आग के संपर्क में आते ही भयंकर विस्फोट के साथ जल उठता है.
जब अमोनियम नाइट्रेट में धमाका होता है तो इससे नाइट्रोजन ऑक्साइड और अमोनिया जैसी ज़हरीली गैसें निकलती हैं. नाइट्रोजनडायक्साइड की वजह से नारंगी रंग का धुआं पैदा होता है. ये सब गैसे इंसानों को बहुत नुकसान पहुंचा सकती हैं.
बेरुत हादसे से पहले भी अमोनियम नाइट्रेट के कारण कई भयानक दुर्घटनाएं हो चुकी हैं.