कोरोना संक्रमण की जानकारी को लेकर बनाए गए ‘आरोग्य सेतु’ ऐप को लेकर मोदी सरकार के पास कोई जानकारी नहीं है? इस ऐप को डिज़ाइन करने वाले ‘नेशनल इंफ़ॉर्मेटिक्स सेंटर’ (NIC) के पास ऐप बनाने वाले की कोई जानकारी मौजूद नहीं है?
दरअसल, पिछले दिनों केंद्रीय सूचना आयोग (Central Information Commission) ने आरोग्य सेतु ऐप की जानकारी को लेकर ‘नेशनल इंफ़ॉर्मेटिक्स सेंटर’ (NIC) के अधिकारियों को फटकार लगाई थी. इस दौरान CIC ने कहा गया था कि नेशनल इन्फॉर्मेटिक सेंटर की वेबसाइट पर आरोग्य सेतु ऐप का नाम तो है, लेकिन इइसे किसने बनाया इसकी कोई जानकारी नहीं है.
केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) द्वारा बुधवार को ‘इलेक्ट्रॉनिक्स मिनिस्ट्री’, ‘नेशनल इंफ़ॉर्मेटिक्स सेंटर’, ‘सेंट्रल पब्लिक इंफ़ॉर्मेशन ऑफ़िसर’ और ‘नेशनल ई-गवर्नेंस डिवीजन’ को ‘आरोग्य सेतु’ एप को लेकर कारण बताओ नोटिस भेजने के बाद सरकार ने इसपर सफ़ाई दी है.
आरोग्य सेतु को लेकर क्यों हुआ विवाद?
सरकारी वेबसाइट डिज़ाइन करने वाले और आईटी मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले ‘नेशनल इंफ़ॉर्मेटिक्स सेंटर’ (NIC) ने एक RTI के जवाब में कहा था कि, उसे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि ‘आरोग्य सेतु’ एप किसने बनाया है और इसे कैसे बनाया गया है. इसके बाद ही केंद्रीय सूचना आयोग द्वारा इन्हें नोटिस भेजा गया था.
आरोग्य सेतु एप पर उठ रहे सवालों को लेकर MyGoV और डिजिटल इंडिया के सीईओ अभिषेक सिंह ने कहा कि, आरोग्य सेतु एप भारत सरकार के ज़रिए पब्लिक प्राइवेट मोड पर बनाया गया है. ‘नेशनल इंफ़ॉर्मेटिक्स सेंटर’ और ‘सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय’ ने मिलकर इस एप को बनाया है.
अभिषेक सिंह ने आगे कहा कि इस ऐप को रिकॉर्ड 21 दिनों में तैयार कर लिया गया था. इसमें किसी भी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं है और ये पूरी तरह से पारदर्शी है.