Gangster Sanjeev Maheshwari Jeeva: यूपी की राजधानी लखनऊ के कैसरबाग कोर्ट में कल गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी उर्फ़ जीवा की कुछ लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी. उसे कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था. यहां हमलावर वकील के कपड़ों में आया और उस पर तड़ातड़ गोलियां बरसा दीं.
कोर्ट में हुई इस फ़ायरिंग में एक बच्ची और कॉन्स्टेबल घायल हो गया, उनका इलाज चल रहा है. फ़िलहाल आरोपी पुलिस की गिरफ़्त में है और उसकी पहचान जौनपुर के विजय यादव के रूप में हुई है. कौन था संजीव उर्फ़ जीवा जिसकी ऐसे हत्या कर दी गई, चलिए आपको बताते हैं.
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कौन था गैंगस्टर जीवा?
संजीव माहेश्वरी वेस्ट यूपी का मशहूर गैंगस्टर था. इसे लोग जीवा के नाम से जानते थे. एक समय में इसका ऐसा दबदबा था कि लोग इसका नाम सुनते ही कांपने लगते थे. आईपीएस अधिकारी अखिलेश मेहरोत्रा के मुताबिक, वो मुजफ्फरनगर एक क्लीनिक में कंपाउंडर की नौकरी करता था.
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मुख्तार अंसारी का था ख़ास
नौकरी के समय ही इसने क्लीनिक के मालिक को अगवा कर लिया था. ये अपराध की दुनिया में उसका पहला कदम था. इसके बाद उसने कोलकाता में एक कारोबारी के बेटे को भी अगवा कर 2 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी. जीवा गैंगस्टर से राजनेता बने मुख्तार अंसारी का ख़ास था. इसलिए लोग उससे डरने लगे थे.
10 मई 1997 को जब इसने बीजेपी के बड़े नेता ब्रह्म दत्त द्विवेदी की हत्या की तो ये और कुख्यात हो गया. अंसारी भी इस मामले में सह आरोपी है. अंसारी ही नहीं जीवा एक और गैंगस्टर मुन्ना बजरंगी का भी क़रीबी था. 2018 में बागपत में जेल के अंदर बजरंगी की हत्या कर दी गई थी.
इसके बाद जीवा ने भी अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की थी. 2021 में उसकी पत्नी ने भी अपने पति की सुरक्षा को लेकर अधिकारियों को पत्र लिखा था. वो पिछले कई दिनों से लखनऊ जेल में बंद था और मामले में पेशी के लिए उसे अदालत लाया गया था.
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, जीवा पर 22 से अधिक मुकदमे दर्ज थे. इनमें से 17 मामलों में वो बरी हो चुका था. हथियार तस्करी, अपहरण, डकैती, हत्या और लूट जैसी वारदातों को अंजाम देता था. उस पर जेल से ही गैंग चलाने के आरोप भी लगे थे.