दुनिया की सबसे प्रसिद्ध वेबसाइट्स में से एक ‘विकिपीडिया’ इन दिनों बहस के केंद्र में है. इसके पीछे कारण है विकिपीडिया की पैसे जुटाने की मुहीम, जिसे हाल ही भारत में शुरू किया गया है. इन दिनों विकिपीडिया पर जाते ही आपके सामने एक बैनर आ जाता होगा जिसमे ‘विकिपीडिया’ कम से कम 150 रुपये देने की गुज़ारिश करता है. अब इसके पीछे की कहानी क्या है?
2001 में पहली बार ऑनलाइन होने के बाद विकिपीडिया बढ़ते-बढ़ते दुनिया की सबसे बड़ी ऑनलाइन लाइब्रेरी बन चुका है. दुनिया भर में लाखों लोगों के लिए ये वेबसाइट उनके सवालों के जवाब के लिए पहला पड़ाव है. फ़िलहाल विकिपीडिया दुनिया का 8वीं सबसे लोकप्रिय वेबसाइट है. सिर्फ़ जुलाई 2020 में wikipedia.org को 5.2 बिलियन बार खोला गया था.
अब जब विकिपीडिया अपनी साइट को चालू रखने के लिए चंदा मांग रही है तो भारत में इसके कई यूज़र्स हैरान हैं. वहीं कुछ सोशल मीडिया पर ये सवाल उठा रहें हैं कि क्या सच में दुनिया की सबसे लोकप्रिय वेबसाइट्स में एक को चंदे की ज़रूरत है.
विकिपीडिया चंदा क्यों मांग रहा है?
विकिपीडिया संस्थापकों के अनुसार इसका मिशन ये सुनिश्चित करना है कि हर कोई मुफ़्त में ज्ञान पा सके, साझा कर सके और उसका उपयोग कर सके. विकिपीडिया अन्य फ़्री साइटों के उलट है जो विज्ञापनों को बेचकर अपना काम चलाते हैं. ये पूरी तरह से दुनिया भर में अपने लाखों पाठकों द्वारा किए गए दान पर निर्भर करता है. हालांकि, विकिपीडिया के अनुसार इसके 98% उपयोगकर्ता दान नहीं करते हैं.
एक गैर-लाभकारी संस्था ‘विकिमीडिया फ़ाउंडेशन’ विकिपीडिया को चलाती है. इसके लिए संस्था स्वयंसेवक योगदानकर्ताओं, संपादकों और इंजीनियरों के नेटवर्क की मदद लेती है, ताकि हर मिनट बढ़ती सूचनाओं के भंडार को संभाला जा सके और उसे दुनिया भर के उपयोगकर्ताओं को मुफ़्त में उपलब्ध करवाया जा सके. इसके लिए उसे वैश्विक स्तर के तकनीकी इंफ्रास्ट्रक्चर को बनाना और मेन्टेन करना पड़ता है.
दान में मिले पैसों की बदौलत ही विकिपीडिया अपने सर्वर्स को चालू रखने में सक्षम है. और साथ ही ये सुनिश्चित कर पाता है कि साइट सुरक्षित रहे, जल्दी लोड हो और अपने उपयोगकर्ता के डेटा को सुरक्षित रख सके. यही पैसे साइट को अपनी स्वतंत्रता बनाए रखने में भी मदद करता है.
वेबसाइट चलाने के लिए फ़िलहाल 250 कर्मचारियों की टीम और 250,000 से ज़्यादा वैश्विक स्वयंसेवक कार्यरत हैं. कर्मचारियों के वेतन का भुगतान जहां दान दिए गए पैसों से होता है वहीं स्वयंसेवक अपनी सेवाएं मुफ़्त में देते हैं.
ये पहली बार नहीं है जब विकिपीडिया ने ऐसी कोई मुहीम चलाई हो.