‘जिस चीज़ को शिद्दत से चाहो, तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने की कोशिश करती है’. 

लेकिन यहां पर क़ायनात बनी ‘अखिली सेठी’.

ये कहानी है एक सपने की, जो गौरव सेठी ने कुछ सालों पहले देखा था. वो Law of Attraction में यकीन करता है, इसलिए आज से 4 साल पहले उसने अपनी कपड़ों की अलमारी में दो पोस्टर चिपकाये थे.

पहला: 25 August 2012 CS गौरव सेठी

दूसरा: 11 December 2015, Harley-Davidson Iron 883

इस तरह से पोस्टर चिपकाने के पीछे उसका मक़सद था कि वो जल्द ही उन सपनों को पा लेगा. लेकिन जब गौरव की ग्रलफ्रेंड अखिली ने उसे देखा तो उसे लगा, ये कोई मज़ाक है. दोनों ये बात भूल गए.

(ये कहानी किसी फ़िल्म से कम नहीं, तो इसे फ़िल्म की स्क्रिप्ट की तरह लिखना उचित होगा)

शॉट 2

25 अगस्त 2012 को अखिली को एक कॉल आता है. ‘CS Gaurav Sethi Speaking’… ये आवाज़ थी गौरव की, जो अपने कहे अनुसार ठीक 25 अगस्त को CS (Company Secretary) बन गया था और अपनी कही हुई बात का प्रमाण देने के लिए उसने अखिली को कॉल किया.

इसी बीच:

3 साल के रिलेशनशिप के बाद गौरव-अखिली ने शादी कर ली

शॉट 3

11 December 2015, वो दिन जब गौरव के कहे अनुसार उसे Harley-Davidson Iron 883 लेनी थी. गौरव अपने इस सपने को किसी तरह भूल चुका था. लेकिन तभी अखिली उसकी आंख में पट्टी बांध कर उसे कहीं ले गयी. गौरव ने जब अपनी पट्टी खोली तो उसके सामने थी Harley-Davidson Iron 883. जो उसके लिए अखिली ने अपनी एक-एक दिन की Savings से बचा कर खरीदी थी.

जब गौरव ने अपने सामने 4 साल पहले का ये सपना साकार होते हुए देखा,तो उसे समझ नहीं आया कि वो कैसे प्रतिक्रिया दे. उसे पता ही नहीं था कि अखिली उसके लिए पिछले कई सालों से पैसे जुटा रही थी, ताकि वो ठीक 11 December, 2015 को गौरव के लिए उसकी पसंदीदा बाइक ले सके.

https://www.youtube.com/watch?v=k8QsEfl3ucs

Source: Youtube

इन दोनों की ये स्टोरी हम सबको एक अच्छा सा मैसेज दे गयी. सपने हर कोई देखता है, लेकिन उन सपनों को पूरा करने वाले बहुत कम होते हैं. अड़चने सबके सामने आती हैं, दिक्कत सबको होती हैं, लेकिन जो इसे पार जाए, वो ही ‘मुक्कदर का सिकंदर’ कहलाता है.

ये लाइन अखिली-गौरव और उनके जैसे हज़ारों लोगों के लिए, जो अपनी आंखों में सपनों की नमी को कभी सूखने नहीं देते.

‘ख़ुदी को कर बुलंद इतना, कि ख़ुदा भी तुझसे पूछे, बता तेरी रज़ा क्या है’