कुछ साल पहले कई ख़ुफ़िया जानकारियों को लोगों के सामने उजागर करके WikiLeaks सुर्ख़ियों में छाया था. कई देशों की सरकार इस वेबसाइट से इतना घबरा गई थीं कि इसके मालिक को सलाखों को पीछे भेज दिया गया था. इस सब के बावजूद WikiLeaks अपने काम में लगा रहा और ऐसी ही ख़ुफ़िया रिपोर्ट्स को लोगों तक पहुंचाता रहा.

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खुलासे के इसी क्रम में WikiLeaks ने हाल ही में एक खुलासा किया है, जिससे आम आदमी भी परेशान होने लगा. WikiLeaks की रिपोर्ट की मानें, तो CIA आप पर आपके मोबाइल और टेलीविज़न के ज़रिये नज़र रख रहा है. जिससे ये न सिर्फ़ आपकी जानकारियों को चुरा सकता है, बल्कि ज़रूरत पड़ने पर आपकी कार और फ़ोन के ज़रिये आप पर अपना कंट्रोल कर सकता है.

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WikiLeaks दावा करता है कि CIA इलेक्ट्रॉनिक मशीनों को हैक करके आपकी हर गतिविधि पर निगरानी रख रहा है. अपने दावे को सच साबित करने के लिए WikiLeaks ने करीब 9 हज़ार से भी ज़्यादा दस्तावेज़ सामने रखे हैं, जो CIA के दफ्तर से चोरी-छिपे बाहर लाये गए हैं.

WikiLeaks इसे CIA का हैकिंग प्रोग्राम कहता है.

इसके बारे में WikiLeaks का कहना है कि हैकिंग के ज़रिये CIA लोगों के सिक्योरिटी कोड्स को चुराता है और उनका डाटा संभाल कर अपने पास रखता है.

हालांकि इन दस्तावेज़ों के बारे में न, तो CIA और न ही वाइटहाउस की तरफ़ से कोई बयान आया है.

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अगर ये रिपोर्ट सच साबित होती है, तो ये CIA समेत अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों के परेशानी की बात होगी. 2013 में भी Edward Snowden ऐसा ही एक खुसाला कर चुके हैं, जिसके बाद नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी के कई अधिकारियों को लोगों की जासूसी करने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया था.

जिन डाक्यूमेंट्स का WikiLeaks हवाला दे रहा है, उनमें है क्या?

इन डाक्यूमेंट्स से पता चलता है कि इसमें टीवी सेट किसी ऑडियो डिवाइस की तरह काम करते हैं, जो आपकी आवाज़ को रिकॉर्ड करके CIA के कंप्यूटरों तक पहुंचाते हैं. इसके साथ ही इस दस्तावेज़ में खुलासा हुआ है कि लोगों के डिवाइस पर कंट्रोल करने के लिए CIA ने 1000 से भी ज़्यादा वायरस और सॉफ्टवेर बनाये हैं.

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ये सभी सॉफ्टवेर और वायरस आपके iPhone से ले कर एंड्राइड सिस्टम में घुस कर उसकी सूचनाएं CIA तक पहुंचाते हैं. CIA के इस काम में कुछ इलेक्ट्रॉनिक कंपनियां भी उसका साथ दे रही हैं, जिनमें माइक्रोसॉफ्ट सॉफ्टवेर और सैमसंग का नाम आया है. इनके ज़रिये CIA आपके WhatsApp, Signal, Telegram, Weibo जैसे Apps का डाटा इकट्ठा करती है.

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कितनी विश्वसनीय है ये रिपोर्ट?

CIA का कोई भी अधिकारी इस मामले पर बात करने से बचता हुआ दिखाई दे रहा है. CIA के प्रवक्ता Jonathan Liu ने Email भेज कर कहा है कि ‘हम इस रिपोर्ट के बारे में कुछ नहीं कह सकते.’

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वहीं हाउज़ ऑफ़ रिप्रेजेन्टेटिव के चैयरमैन Devin Nunes का कहना है कि ‘ये एक गम्भीर मामला है, हम इसे ले कर काफ़ी चिंतित हैं.’

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WikiLeaks के मुताबिक, CIA इस काम को दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से अंजाम दे रहा है, जिनमें अमेरिका से ले कर जर्मनी तक की ज़मीनें शामिल हैं.