डर से डरो नहीं, डर के आगे जीत है. भले ही ये एक सॉफ़्ट ड्रिंक की Punch Line हो, पर ये बात असल ज़िन्दगी पर बिल्कुल Fit बैठती है. हमारे साथ कुछ ग़लत होता है, तो बहुत कम ही लोग ऐसे होते हैं जो इसके खिलाफ़ आवाज़ उठाते हैं.

हिम्मत और निडरता की मिसाल दी हरियाणा की डिम्पी गुलाटी ने. 23 वर्षीय Relationship Manager हर दिन की तरह झज्जर रोड स्थित अपने ऑफ़िस की तरफ़ जा रही थी. विजय नगर पहुंचने पर पीछे से एक बाइक सवार ने उनसे उनका बैग छीना और भाग गया. बैग में मोबाइल फ़ोन, पैसे और कुछ ज़रूरी कागज़ात थे, पर डिम्पी ने शोर मचाने या घर लौट जाने के बजाय चोर का पीछा किया.

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डिम्पी ने बाइक को पीछे से स्कूटी से ही टक्कर मारी और उस आदमी को सड़क पर गिरा दिया. इसके बाद उसने शोर मचाया और अपना पर्स वापस छीन लिया.

जब बाइक सवार को लगा कि वो फंस सकता है तब उसने सड़क पर से एक पत्थर उठाकर ख़ुद को ही चोटिल कर दिया और इल्ज़ाम डिम्पी पर लगाने की धमकियां देने लगा, लेकिन पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया.

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पुलिस ने आरोपी का नाम संदीप बताया है, जो कि एक ड्रग ऐडिक्ट है. डिम्पी को पुलिस ने उसकी बहादुरी के लिए सम्मानित किया.

चेन और पर्स चोरों के खिलाफ़ लोगों को आवाज़ बुलंद करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने डिम्पी को 1 लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की.

अकसर महिलाओं को सड़क चलते लोगों के हाथों प्रताड़ित होना पड़ता है, पर अगर आवाज़ बुलंद हो और इरादे पक्के हो तो अच्छे-अच्छों के छक्के छुड़ा सकती हैं महिलाएं.

Source: Scoop Whoop