इंटरनेट की एक खास बात है, ये अपको कुछ ही वक्त में मश्हूर बना सकता है और इसी के साथ आपको बदनाम भी कर सकता है. आज के वक्त में लोग फेसबुक और Whatsapp की बातों को सच मान लेते हैं. सोशल मीडिया के साथ अफ़वाह के पैर पहले से काफ़ी ज़्यादा पसर चुके हैं. बात सही हो या गलत, लोग पूरे कॉन्फिडेंस के साथ उसे शेयर करते हैं. किसी की छवी खराब करने का ये तरीका काफी सफ़ल साबित हो रहा है.

केरला की रहने वाली Sreelakshmi Satheesh भी ऐसी ही एक अफ़वाह की शिकार हुई. 

इस अफ़वाह ने उनके चरित्र और पेशे पर सवाल उठा दिए थे. एक शैक्षिक संस्थान चलाने वाली श्रीलक्ष्मी को वेश्या बता कर उसकी तस्वीर उसके नाम और फ़ोन नंबर के साथ फैलने लगी थी. कुछ दिनों पहले श्रीलक्ष्मी के पास कई अंजान लोगों के फ़ोन आने लगे. सबका एक ही सवाल था, रेट क्या है?

श्रीलक्ष्मी ने जब खुद से इस मसले की पड़ताल करी, तो पता चला कि उसी के जानने वाले एक व्यक्ति ने उनकी फ़ोटो के साथ ये हरक़त की है. ये व्यक्ति एक जानी-मानी पार्टी का नेता था. श्रीलक्ष्मी ने घर वालों के साथ सलाह-मश्वरे के बाद ये मामला खुद से संभालने का फैसला किया. उनका मानना था कि पुलिस के पास मामला जाने पर वो व्यक्ति अपने और पार्टी के प्रभाव से बच निकल सकता है. महिला ने उसे सबक सिखाने का अच्छा समाधान निकाला.

उसने पार्टी से उस व्यक्ति को बाहर निकालने को कहा और फ़िर उससे 25,000 की चैरिटी करके रसीद मांगी. 

महिला का ये तरीका काम आया. उस व्यक्ति को पार्टी से निकाल दिया गया और उसे 25,000 रुपये भी भरने पड़े.