पश्चिम बंगाल से एक बेहद दर्दनाक घटना सामने आयी है. जहां ग़ुस्साई भीड़ ने एक महिला टीचर के पैरों को रस्सी से बांधकर उसे सड़क पर घसीटा और उसके साथ जमकर मारपीट की.  

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ये मामला पश्चिम बंगाल के दक्षिण दीनाजपुर ज़िले के फाटा नगर गांव का बताया जा रहा है. स्मृतिकोना दास गांव के ही एक स्कूल में टीचर हैं. इस दौरान टीएमसी पंचायत नेता अमल सरकार के नेतृत्व में भीड़ ने स्मृतिकोना दास नाम की एक महिला टीचर के हाथ पैर बांधकर उसे जमकर पीटा.  

वायरल वीडियो में एक आदमी स्मृतिकोना दास के पैरों में रस्सी बांधता है और बाकी लोग उसे सड़क पर घसीटना शुरू कर देते हैं. जब स्मृतिकोना की बड़ी बहन सोमा दास वहां पहुंची तो उसने इसका विरोध किया, लेकिन टीएमसी नेता के साथ आए लोगों ने उसे भी ज़मीन पर गिराकर मरना-पीटना और घसीटा शुरू कर दिया.  

इन महिलाओं को क्यों पीटा गया?  

इस स्मृतिकोना और सोमा का कसूर बस इतना सा था कि उन्होंने पंचायत द्वारा बनाई जा रही सड़क के लिए अपनी ज़मीन हथियाने का विरोध किया था. दरअसल, उन्हें पहले बताया गया था कि उनके घर के आगे 12 फ़ीट चौड़ी सड़क बनाई जाएगी. इसके लिए वो ज़मीन देने के लिए तैयार हो गईं. जबकि बाद में पंचायत ने तय किया कि सड़क की चौड़ाई 24 फ़ीट होगी, ऐसे में उन्हें अपनी ज़मीन का काफ़ी हिस्सा देना पड़ रहा था. वो इसी का विरोध किया कर रहे थे.  

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शुक्रवार को जब सड़क का काम शुरू किया गया तो स्मृतिकोना और सोमा ने इसका विरोध किया. इसके बाद टीएमसी पंचायत नेता अमल सरकार के नेतृत्व में भीड़ ने इकट्ठा होकर इनके साथ मारपीट शुरू कर दी. 

इसके बाद दोनों महिलाओं को अस्पताल ले जाया गया. स्मृतिकोना दास को इलाज के बाद शनिवार को डिस्चार्ज किया गया. वहीं स्मृतिकोना की बड़ी बहन सोमा दास को भी प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया.  

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मामला सामने आने के बाद रविवार को टीएमसी के ज़िला प्रमुख अर्पिता घोष ने पंचायत नेता अमल सरकार को निलंबित करने का आदेश दे दिया. हालांकि, देर रविवार तक इस मामले में किसी की गिरफ़्तारी नहीं हो पाई थी.  

बीते रविवार को स्मृतिकोना ने इस मामले की पुलिस में शिकायत दर्ज की है. इस दौरान उन्होंने ग्राम पंचायत उपाध्यक्ष अमल सरकार पर मारपीट का आरोप लगाया है.