सबरीमाला में प्रवेश करने वाली दो महिलाओं ने 1 जनवरी 2019 को इतिहास रच दिया. इसके बाद केरल में हिंसा की कई वारदातें सुनने को मिलीं.
कनक दुर्गा और बिंदु अम्मिनी के इस कदम के बाद मंदिर का शुद्धिकरण भी कराया गया. कुछ लोग उनकी सराहना कर रहे थे और कुछ लोग उनकी कड़ी आलोचना.

HT के अनुसार, कनक दुर्गा पर उनके रिश्तेदारों ने हमला कर दिया और उन्हें मारा-पीटा.
TOI के अनुसार, कनक दुर्गा को उनकी सास ने लकड़ी के तख़्ते से पीटा और उन्हें सिर पर चोट आई है.
कनक को पेरिंथलमन्ना में एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.
इससे पहले कनक के पति ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की थी और कनक के ससुरालवालों ने उन्हें अपनाने से इंकार कर दिया था.

बिंदु अम्मिनी अलग-अलग को भी अलग-अलग समूह से धमकियां मिल रही हैं.
मंदिर में प्रवेश करने के बाद दोनों महिलाएं कोच्चि में किसी सुरक्षित स्थान पर रह रही थीं.
इस मामले में किसी के भी खिलाफ़ शिकायत दर्ज नहीं की गई है.