कई घरों की महिलाएं रात में देर से सोती हैं और सुबह जल्दी जाग जाती हैं. इस वजह से अक्सर महिलाएं कई तरह की शारीरिक समस्याओंं से भी जूझती हैं, जिसका कारण उनके पार्टनर हैं. पुरुषजन कृप्या इस पर ग़ौर करें क्योंकि ऐसा हम नहीं, बल्कि एक अध्ययन कह रहा है.  

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दरअसल, Bensons For Beds की तरफ़ से 2,000 ब्रिटिश कपल पर एक अध्ययन किया गया. इस अध्ययन में पाया गया कि महिलाएं पुरुषों के मुकाबले 3 घंटे कम सो रही हैं. अगर सीधी भाषा में बात की जाये, तो वो सालभर में 105 घंटे यानि 45 दिन कम सो रही हैं. इस रिसर्च में 3 में 1 एक महिला का कहना था कि वो हर रात जाग कर गुज़ारती हैं, तो वहीं 2 में से 1 महिला ने बताया कि उसे रात में आसानी से नींद नहीं आती. इसके अलावा एक तिहाई महिलाओं का ये भी मनाना कि उनके पार्टनर की वजह से उन्हें अच्छी नींद आती है. 

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यही नहीं, न सो पाने की वजह से 73 प्रतिशत महिलाएं दिमाग़ी रूप से काफ़ी कमज़ोर हो चुकी हैं. वहीं एक तिहाई महिलाएं इस कारण ख़ुद को उदास पाती हैं.  

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इस बारे में Bensons For Beds की एक्सपर्ट Stephanie Romiszewski का कहना है कि पुरुष और महिलाओं की नींद की अलग-अलग ज़रूरतें हैं. पीरियड्स, प्रेग्नेंसी और दूसरे Biological परिवर्तनों के कारण भी महिलाएं ढंंग से नहीं सो पाती. इसलिये अच्छी नींद के लिये दिनचर्या में कुछ एक्टिविटी शामिल करना ज़रूरी है.  

मसला गंभीर है, इसलिये पार्टनर इसे बिल्कुल हल्के में न लें.