दिल्ली मेट्रो द्वारा जिसने एक बार सफ़र कर लिया, उसे भीड़ का मतलब आसानी से समझ आ जाएगा.


ऑफ़िस टाइम पर भेड़-बकरियों की तरह मेट्रो कोच में भरे रहते हैं. कोई उपाय भी नहीं है, मंज़िल तक पहुंचने का सबसे आसान रास्ता है दिल्ली मेट्रो. 

HT के अनुसार, इसी दिल्ली मेट्रो में एक 23 वर्षीय महिला के साथ छेड़-छाड़ हुई. महिला ने बुधवार को पुलिस में शिकायत दर्ज की और बताया कि आरोपी इसीलिए भागने में क़ामयाब हो गया क्योंकि किसी भी यात्री ने महिला की मदद नहीं की.   

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मेट्रो पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस ऑफ़िसर, राजेंद्र सिंह के शब्दों में, 

घटना मंगलवार सुबह 10 बजे के आस-पास हुई. महिला भीड़-भाड़ वाले जनरल कोच में सफ़र कर रही थी.

सेक्टर 51 स्थित महिला थाने की एक पुलिस अफ़सर ने कहा,  

आरोपी ने सिकंदरपुर पहुंचते-पहुंचते महिला को कई बार ग़लत तरीके से छुआ था. महिला का कहना है कि किसी भी यात्री ने कुछ नहीं किया इसलिए आरोपी भाग निकला.  
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पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 354 और 509 के तहत पुलिस ने एफ़आईआर लिख ली है. पुलिस आरोपी को पकड़ने के लिए सीसीटीवी फ़ुटेज की जांच कर रही है.


दिल्ली मेट्रो में कई बार महिलाओं को जनरल डब्बे में चढ़ने और उन्हें आरक्षित सीट देने से कई लोग ख़फ़ा रहते हैं. किसी महिला को प्रताड़ित होता देख, उनकी आंखों पर पट्टी क्यों बंध जाती है?